अध्याय 67
मेरे पुत्र खुले में और सभी लोगों के सामने दिखाई देते हैं। मैं उन लोगों को गंभीर रूप से ताड़ना दूँगा, जो खुले आम उनका अनादर करने का साहस करते हैं; यह निश्चित है। आज, जो लोग उठकर कलीसिया की चरवाही करने में सक्षम हैं, उन्होंने मेरे ज्येष्ठ पुत्र की हैसियत प्राप्त कर ली है, और अब वे महिमा में मेरे साथ हैं—जो कुछ मेरा है, वह तुम लोगों का भी है। जो लोग ईमानदारी से मेरे प्रति समर्पण करते हैं, मैं उन सभी को प्रचुर मात्रा में अपना अनुग्रह प्रदान करता हूँ, ताकि तुम शक्तिशाली बन सको, जिनमें अन्य मनुष्यों से अधिक शक्ति हो। मेरी इच्छा अपनी समग्रता में तुम लोगों, मेरे ज्येष्ठ पुत्रों के ऊपर है, और मैं केवल यही चाहता हूँ कि जितनी जल्दी हो सके, तुम लोग परिपक्व हो जाओ और उसे पूरा करो, जो मैंने तुम्हें सौंपा है। यह जान लो! जो मैं तुम लोगों को सौंपता हूँ, वह मेरी प्रबंधन योजना की अंतिम परियोजना है। मैं केवल यही आशा करता हूँ कि तुम लोग अपने पूरे हृदय, मन और शक्ति के साथ अपना पूरा अस्तित्व मुझे अर्पित कर सको, और मेरे लिए पूर्ण रूप से इन्हें खपा सको। समय वास्तव में किसी भी मनुष्य की प्रतीक्षा नहीं करता, और कोई भी व्यक्ति, घटना या चीज़ मेरे कार्य में बाधा नहीं डाल सकती। यह जान लो! मेरा कार्य हर कदम पर बिना किसी अवरोध के सुचारु रूप से आगे बढ़ता है।
मेरे पदचिह्न पूरे ब्रह्मांड में और पृथ्वी के सिरों तक जाते हैं, मेरी आँखें लगातार हर व्यक्ति की जाँच करती हैं, और इससे भी अधिक, मैं ब्रह्मांड को पूरा देखता हूँ। मेरे वचन वास्तव में ब्रह्मांड के हर कोने में कार्य कर रहे हैं। जो कोई भी मेरे लिए सेवा प्रदान नहीं करने का साहस करता है, जो कोई भी मेरे प्रति वफ़ादार नहीं होने का साहस करता है, जो कोई भी मेरे नाम की आलोचना करने का साहस करता है, और जो कोई भी मेरे पुत्रों को बुरा-भला कहने और उनकी बदनामी करने का साहस करता है—जो वास्तव में इन चीज़ों को करने में सक्षम हैं, उन्हें कठोर न्याय से गुज़रना ही होगा। मेरा न्याय अपनी पूरी समग्रता में पड़ेगा, जिसका अर्थ है कि अब न्याय का युग है, और सतर्क अवलोकन से तुम पाओगे कि मेरा न्याय पूरे ब्रह्मांड की दुनिया में फैला हुआ है। निस्संदेह, मेरा घर भी नहीं छूटेगा; जिनके विचार, शब्द और कार्यकलाप मेरी इच्छा के अनुरूप नहीं हैं, उनका न्याय किया जाएगा। इसे समझो! मेरा न्याय समस्त ब्रह्मांड की दुनिया पर निर्देशित है, लोगों या चीज़ों के एक समूह मात्र पर नहीं। क्या तुम इसे समझ रहे हो? यदि भीतर से तुम अपने विचारों में मुझे लेकर दुविधा में हो, तो अंदर से तुरंत तुम्हारा न्याय किया जाएगा।
मेरा न्याय सभी आकारों और रूपों में आता है। यह जान लो! मैं ब्रह्मांड की दुनिया का अद्वितीय और बुद्धिमान परमेश्वर हूँ! कुछ भी मेरे सामर्थ्य से परे नहीं है। मेरे सभी न्याय तुम लोगों पर प्रकट किए जाते हैं : यदि तुम अपने विचारों में मुझे लेकर दुविधा में हो, तो एक चेतावनी के रूप में मैं तुम्हें प्रबुद्ध करूँगा। यदि तुम नहीं सुनोगे, तो मैं तुरंत तुम्हें त्याग दूँगा (इसमें मैं अपने नाम पर संदेह करने को नहीं, बल्कि दैहिक सुखों से संबंधित बाहरी व्यवहारों को संदर्भित कर रहा हूँ)। यदि मेरे प्रति तुम्हारे विचार अवज्ञापूर्ण हैं, यदि तुम मुझसे शिकायत करते हो, यदि तुम शैतान के विचारों को बार-बार स्वीकार करते हो, और यदि तुम जीवन की भावनाओं का अनुसरण नहीं करते, तो तुम्हारी आत्मा अँधेरे में रहेगी और तुम्हारी देह पीड़ा भुगतेगी। तुम्हें मेरे करीब आना चाहिए। तुम संभवतः केवल एक या दो दिनों में ही अपनी सामान्य स्थिति बहाल करने में असमर्थ रहोगे, और तुम्हारा जीवन स्पष्ट रूप से बहुत पीछे रह जाएगा। जो लोग वाणी से स्वच्छंद हैं, मैं तुम लोगों के मुँह और ज़बान को अनुशासित कर दूँगा और तुम्हारी ज़बान की काट-छाँट करवा दूँगा। जो लोग कर्म में असंयमित रूप से स्वच्छंद हैं, मैं तुम लोगों को तुम्हारी आत्मा में चेतावनी दूँगा, और जो लोग नहीं सुनेंगे, उन्हें गंभीर रूप से ताड़ना दूँगा। जो लोग खुले आम मेरी आलोचना और अवज्ञा करते हैं, जो वचन या कर्म से समर्पण की कमी प्रदर्शित करते हैं, मैं उन्हें पूरी तरह से निकाल दूँगा और उनका त्याग कर दूँगा, उनके नष्ट होने और उनके उच्चतम आशीषों के खोने का कारण बनूँगा; ये वे लोग हैं, जो चुने जाने के बाद निकाल दिए जाएँगे। जो लोग अज्ञानी हैं, अर्थात्, जिनकी दृष्टि स्पष्ट नहीं है, मैं फिर भी उन्हें प्रबुद्ध करूँगा और बचाऊँगा; लेकिन जो लोग सत्य को समझते हैं, परंतु फिर भी उसका अभ्यास नहीं करते, उन्हें पूर्वोक्त नियमों के अनुसार प्रशासित किया जाएगा, चाहे वे अज्ञानी हों या न हों। जहाँ तक उन लोगों की बात है, जिनके इरादे शुरू से ही ग़लत हैं, मैं उन्हें हमेशा के लिए वास्तविकता को समझने में असमर्थ बना दूँगा और अंततः वे धीरे-धीरे, एक-एक करके, बाहर निकाल दिए जाएँगे। एक भी नहीं बचेगा, हालाँकि वे अभी मेरी व्यवस्था के अनुसार बने हुए हैं (क्योंकि मैं चीज़ों को जल्दबाज़ी में नहीं, बल्कि व्यवस्थित ढंग से करता हूँ)।
मेरा न्याय पूरी तरह से प्रकट है; यह विभिन्न लोगों को संबोधित करता है, उन सबको अपने उचित स्थान ले लेने चाहिए। मैं लोगों का प्रशासन और न्याय उनके द्वारा तोड़े गए नियमों के अनुसार करूँगा। जहाँ तक उनकी बात है, जो इस नाम में नहीं हैं और जो अंत के दिनों के मसीह को स्वीकार नहीं करते, उन पर केवल एक ही नियम लागू होता है : जो कोई मेरी अवज्ञा करेंगे, मैं तुरंत उनकी आत्मा, जीव और देह ले लूँगा और उन्हें अधोलोक में फेंक दूँगा; जो मेरी अवज्ञा नहीं करते, मैं दूसरा न्याय करने से पहले तुम लोगों के परिपक्व होने की प्रतीक्षा करूँगा। मेरे वचन हर चीज़ पूरी स्पष्टता के साथ समझाते हैं और कुछ भी छिपा हुआ नहीं है। मैं केवल यह आशा करता हूँ कि तुम लोग हर समय उन्हें ध्यान में रखने में सक्षम होगे!