340  परमेश्वर में विश्वास करने के पीछे मनुष्य के घृणित इरादे

1

समुद्र किनारे फैले रेत

के कणों से ज़्यादा हैं कर्म ईश्वर के,

उसकी बुद्धि सुलैमान के

सभी पुत्रों की बुद्धि से ज़्यादा है,

फिर भी लोग उसे समझें छोटा-मोटा चिकित्सक,

इंसान का अनजान शिक्षक।

बहुत लोग रखते आस्था, वो उन्हें कर सके चंगा,

या कि वो भगा दे अशुद्ध आत्माओं को शरीर से,

कई लोग उससे पाना चाहें शांति और आनंद,

और भी कई करें विश्वास कि

माँग पाएँ बड़ी दौलत उससे।

बहुत से रखते आस्था, ताकि शांति से बीते जीवन,

वे रहें महफ़ूज़ आने वाली दुनिया में।


इसलिए परमेश्वर कहे, इंसान करे उसमें विश्वास

क्योंकि वो बहुत अनुग्रह करे,

ईश्वर कहे इंसान का है उसमें विश्वास

क्योंकि पाने को बहुत-कुछ है।


2

बहुतों का विश्वास है बस

नरक की आग से बचने के लिए,

स्वर्ग के आशीष पाने के लिए।

कइयों का उसमें विश्वास है पल भर आराम के लिए,

आने वाली दुनिया में वे कुछ नहीं पाना चाहते।


इसलिए परमेश्वर कहे, इंसान करे उसमें विश्वास

क्योंकि वो बहुत अनुग्रह करे,

ईश्वर कहे इंसान का है उसमें विश्वास

क्योंकि पाने को बहुत-कुछ है।


3

जब परमेश्वर ने इंसान पर अपना क्रोध बरसाया,

उसका सारा सुख-चैन छीना, इंसान को हुआ संदेह।

जब ईश्वर ने इंसान को नर्क के दुख दिये,

छीन लिये आशीष स्वर्ग के,

इंसान की शर्म बदल गई गुस्से में।


इसलिए परमेश्वर कहे, इंसान करे उसमें विश्वास

क्योंकि वो बहुत अनुग्रह करे,

ईश्वर कहे इंसान का है उसमें विश्वास

क्योंकि पाने को बहुत-कुछ है।


4

जब इंसान ने ईश्वर से अपनी चंगाई माँगी,

ईश्वर ने की घृणा उससे, ध्यान न दिया,

तब इंसान उसे छोड़ जादू-टोने,

गलत दवा के भरोसे हो लिया।

जब ईश्वर ने वो सब ले लिया,

जो इंसान ने उससे माँगा था,

तो इंसान झट से गायब हुआ।


इसलिए परमेश्वर कहे, इंसान करे उसमें विश्वास

क्योंकि वो बहुत अनुग्रह करे,

ईश्वर कहे इंसान का है उसमें विश्वास

क्योंकि पाने को बहुत-कुछ है।


—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, तुम विश्वास के बारे में क्या जानते हो? से रूपांतरित

पिछला: 339  क्या ये दुनिया तुम्हारी आरामगाह है?

अगला: 341  परमेश्वर के लिए गवाही देना मानव का कर्तव्य है

परमेश्वर का आशीष आपके पास आएगा! हमसे संपर्क करने के लिए बटन पर क्लिक करके, आपको प्रभु की वापसी का शुभ समाचार मिलेगा, और 2025 में उनका स्वागत करने का अवसर मिलेगा।

संबंधित सामग्री

610  मानवता में परमेश्वर के कार्य का तरीक़ा और सिद्धांत

1जब परमेश्वर देहधारी न था, तो उसके वचन इंसान समझ न पाता था,क्योंकि उसकी दिव्यता से आये थे वचन।न समझ पाता था वो उनका प्रसंग या दृष्टिकोण।वे...

775  जब तुम सत्य का अनुसरण नहीं करते तो तुम पौलुस के रास्ते पर चलते हो

1 इन दिनों, अधिकांश लोग इस तरह की स्थिति में हैं : "आशीष प्राप्त करने के लिए मुझे परमेश्वर के लिए खुद को खपाना होगा और परमेश्वर के लिए कीमत...

396  उद्धार-कार्य के अधिक उपयुक्त है देहधारी परमेश्वर

1 अन्त के दिनों में, परमेश्वर देहधारी रूप में प्रकट होकर अपना न्याय का कार्य करता है। क्योंकि जिसका न्याय किया जाता है वह मनुष्य है, मनुष्य...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 6) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 7) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 8) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 9) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें