339  क्या ये दुनिया तुम्हारी आरामगाह है?

मेरे वचन से बाहर रहने वाले लोग, परीक्षण के कष्टों से भागने वाले लोग,

बस भटक रहे हैं दुनिया में, जैसे उड़ते हैं पतझड़ के पत्ते हवा में।


1

फड़फड़ाते हैं वे इधर उधर।

मिलती नहीं कोई आरामगाह उन्हें,

मिलते नहीं बिल्कुल दिलासे के मेरे वचन उन्हें।

हालांकि पीछा नहीं करते मेरी ताड़ना और शुद्धिकरण उनका,

स्वर्ग के राज्य के बाहर महज़ गलियों के भिखारी हैं वो।

भटक रहे हैं दर-ब-दर वो।


दुनिया तुम्हारी आरामगाह है, क्या यकीन कर सकते हो?

बचकर मेरी ताड़ना से,

क्या तुम इस दुनिया में सहजता से मुस्कुरा सकते हो?

छुपाया जा न सके, दिल के जिस ख़ालीपन को,

क्या पल दो पल की ख़ुशियों से उसे तुम ढक सकते हो?

बना सकते हो मूर्ख तुम अपने घरवालों को,

मगर बना नहीं सकते मूर्ख तुम मुझे।


2

क्योंकि दुर्बल है बहुत आस्था तुम्हारी,

देखी नहीं हैं ख़ुशियाँ जो जीवन दे सकता है तुमको।

बन जाओ सच्चे, आग्रह करता तुमसे मैं, आधा जीवन बिता दो मेरी ख़ातिर।

बेहतर है ये उस साधारण जीवन से

जो जीते तुम, मेहनत करते देह की ख़ातिर,

सहते तमाम दुख-तकलीफ़ें इंसान सह नहीं पाता जिन्हें।


दुनिया तुम्हारी आरामगाह है, क्या यकीन कर सकते हो?

बचकर मेरी ताड़ना से,

क्या तुम इस दुनिया में सहजता से मुस्कुरा सकते हो?

छुपाया जा न सके, दिल के जिस ख़ालीपन को,

क्या पल दो पल की ख़ुशियों से उसे तुम ढक सकते हो?

बना सकते हो मूर्ख तुम अपने घरवालों को,

मगर बना नहीं सकते मूर्ख तुम मुझे।


क्या मायने हैं इसके,

बेहद मुहब्बत करना ख़ुद से और भागना मेरी ताड़ना से?

क्या मायने हैं इसके, बचना मेरी क्षणिक ताड़ना से

और भोगना शर्मिंदगी और सज़ा सदा के लिये?


दुनिया तुम्हारी आरामगाह है, क्या यकीन कर सकते हो?

बचकर मेरी ताड़ना से, क्या तुम इस दुनिया में सहजता से मुस्कुरा सकते हो?

छुपाया जा न सके, दिल के जिस ख़ालीपन को,

क्या पल दो पल की ख़ुशियों से उसे तुम ढक सकते हो?

बना सकते हो मूर्ख तुम अपने घरवालों को,

मगर बना नहीं सकते मूर्ख तुम मुझे।


—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, एक वास्तविक व्यक्ति होने का क्या अर्थ है से रूपांतरित

पिछला: 338  इंसान वो नहीं रहा जैसा परमेश्वर चाहता है

अगला: 340  परमेश्वर में विश्वास करने के पीछे मनुष्य के घृणित इरादे

परमेश्वर का आशीष आपके पास आएगा! हमसे संपर्क करने के लिए बटन पर क्लिक करके, आपको प्रभु की वापसी का शुभ समाचार मिलेगा, और 2025 में उनका स्वागत करने का अवसर मिलेगा।

संबंधित सामग्री

610  मानवता में परमेश्वर के कार्य का तरीक़ा और सिद्धांत

1जब परमेश्वर देहधारी न था, तो उसके वचन इंसान समझ न पाता था,क्योंकि उसकी दिव्यता से आये थे वचन।न समझ पाता था वो उनका प्रसंग या दृष्टिकोण।वे...

902  परमेश्वर अंततः उसी को स्वीकार करते हैं, जिसके पास सत्य होता है

1 अंत के दिनों में जन्म लेने वाले लोग किस प्रकार के थे? ये वो लोग हैं जो हजारों सालों से शैतान द्वारा भ्रष्ट किए गए थे, वे इतनी गहराई तक...

775  जब तुम सत्य का अनुसरण नहीं करते तो तुम पौलुस के रास्ते पर चलते हो

1 इन दिनों, अधिकांश लोग इस तरह की स्थिति में हैं : "आशीष प्राप्त करने के लिए मुझे परमेश्वर के लिए खुद को खपाना होगा और परमेश्वर के लिए कीमत...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 6) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 7) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 8) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 9) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें