630  परमेश्वर के अधिकार से हर चीज़ जीवित रहती और नष्ट होती है

1

"ईश्वर के अधिकार" के मायने हैं कि सब ईश्वर पर निर्भर है।

ईश्वर को हक है तय करने का कोई काम कैसे होगा,

और ये वैसे ही होगा, जैसे वो चाहेगा।

ईश्वर तय करता है हर चीज़ की व्यवस्था।

इंसान पर निर्भर नहीं है ये व्यवस्था इंसान इसे नहीं बदल सकता।

ना अपनी इच्छा से हटा सकता,

पर बदलती ये ईश्वर के विचारों से, बुद्धि और आदेशों से।

कोई इंसान इस सच को नहीं नकार सकता।

चीज़ों की व्यवस्था को, या उसके क्रम को जिससे काम करती हैं वो,

कोई इंसान या वस्तु उन्हें बदल ना सकता।

ये ईश्वर के अधिकार से आयीं अस्तित्व में,

और नष्ट होतीं उसी के अधिकार से।

यही है अधिकार ईश्वर का।


2

स्वर्ग, धरती और तमाम चीज़ें, कायनात, तारों भरा आसमान,

साल के चारों मौसम, दिखने, न दिखने वाली चीज़ें, सबका अस्तित्व है,

सब काम करती , बदलती हैं, बिना किसी गलती के, ईश्वर के अधिकार से,

आदेश और आज्ञा से, उसके सृजन के आरंभ की व्यवस्थाओं से।

कोई इंसान इस सच को नहीं नकार सकता।

चीज़ों की व्यवस्था को, या उसके क्रम को जिससे काम करती हैं वो,

कोई इंसान या वस्तु उन्हें बदल ना सकता।

ये ईश्वर के अधिकार से आयीं अस्तित्व में,

और नष्ट होतीं उसी के अधिकार से।

यही है अधिकार ईश्वर का।


—वचन, खंड 2, परमेश्वर को जानने के बारे में, स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है I से रूपांतरित

पिछला: 629  कोई थाह लगा नहीं सकता परमेश्वर के अधिकार और सामर्थ्य

अगला: 631  कोई भी मनुष्य या वस्तु परमेश्वर के अधिकार और सामर्थ्य से बढ़कर नहीं हो सकता

परमेश्वर का आशीष आपके पास आएगा! हमसे संपर्क करने के लिए बटन पर क्लिक करके, आपको प्रभु की वापसी का शुभ समाचार मिलेगा, और 2025 में उनका स्वागत करने का अवसर मिलेगा।

संबंधित सामग्री

610  मानवता में परमेश्वर के कार्य का तरीक़ा और सिद्धांत

1जब परमेश्वर देहधारी न था, तो उसके वचन इंसान समझ न पाता था,क्योंकि उसकी दिव्यता से आये थे वचन।न समझ पाता था वो उनका प्रसंग या दृष्टिकोण।वे...

775  जब तुम सत्य का अनुसरण नहीं करते तो तुम पौलुस के रास्ते पर चलते हो

1 इन दिनों, अधिकांश लोग इस तरह की स्थिति में हैं : "आशीष प्राप्त करने के लिए मुझे परमेश्वर के लिए खुद को खपाना होगा और परमेश्वर के लिए कीमत...

396  उद्धार-कार्य के अधिक उपयुक्त है देहधारी परमेश्वर

1 अन्त के दिनों में, परमेश्वर देहधारी रूप में प्रकट होकर अपना न्याय का कार्य करता है। क्योंकि जिसका न्याय किया जाता है वह मनुष्य है, मनुष्य...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 6) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 7) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 8) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 9) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें