50  परमेश्वर से प्रेम करने वाले दिल से उसकी स्तुति करो

1

ईश्वर के वचनों को मिल-जुल कर खाते-पीते हम,

पवित्र आत्मा के कार्य का सच में आनंद लेते हम।

हम प्रार्थना पढ़ें, संगति करें, ध्यान करें ईश्वर का,

चिंतन-खोज करें ईश्वर की।

ईश्वर के वचनों का अभ्यास करते, हम सत्य जानते और मधुरता का एहसास करते हैं।

भ्रष्टता से मुक्त होकर, हम उसके सच्चे प्यार को चखें।

है अच्छा कलीसिया जीवन; स्तुति लेती कई रूप।

ईश्वर की स्तुति में हम जी भरकर नाचें-गाएँ।

नहीं कोई नियम-बंधन हमारी स्तुति में।

सच्ची स्तुति देती सदा आनंद हमें।


ईश्वर का साथ देता सच्चा आनंद हमें।

हम प्रेम करेंगे, आज्ञा मानेंगे ईश्वर की सदा।

देखकर ईश्वर के उद्धार की महानता,

ईश्वर के लिए प्रेम से भरे दिल से करें हम स्तुति उसकी।


2

हम सत्य पर संगति करते, पवित्र आत्मा के कार्य का आनंद लेते;

हम अनुभव साझा करते, जीवन में विकास करते।

ईश्वर के लिए हमारे दिलों में प्रेम है,

और हम एक दिल, एक मन से अपना कर्तव्य निभाते हैं।

हम सत्य का अभ्यास करते और ईमानदार हैं,

हम ईश्वर की आशीषों का, अगुवाई का अवलोकन करते।

शुद्ध करता न्याय हमें, हम ईश्वर की धार्मिकता देखते।

हम अपनी भ्रष्टता दूर करते, नये बनते।

हम सच्चे मानव की तरह जीवन जीते।

है राज्य का जीवन, करना आराधना ईश्वर की सच्चे मन से।


ईश्वर का साथ देता सच्चा आनंद हमें।

हम प्रेम करेंगे, आज्ञा मानेंगे ईश्वर की सदा।

देखकर ईश्वर के उद्धार की महानता,

ईश्वर के लिए प्रेम से भरे दिल से करें हम स्तुति उसकी।


3

हमने निरंतर ईश्वर का अनुसरण किया है,

और कितने ही उतार-चढ़ाव से गुज़रे हम।

है दमन घिनौना सरकारी,

सभी मुश्किलों में मसीह हमारे साथ है।

उसने हर सुख-दुख का अनुभव किया है।

परमेश्वर के वचन हमारा मार्गदर्शन करते हैं, उसके लिए हमारा प्रेम हमेशा अटल रहेगा।

हो जाए उद्धार हमारा इसकी ख़ातिर,

अनमोल कीमत अदा की है ईश्वर ने।

साथ रहकर, राह दिखाता सदा ईश्वर हमें।

ये सुंदर वक्त, और जीवन, कभी न भूलेंगे।


ईश्वर का साथ देता सच्चा आनंद हमें।

हम प्रेम करेंगे, आज्ञा मानेंगे ईश्वर की सदा।

देखकर ईश्वर के उद्धार की महानता,

ईश्वर के लिए प्रेम से भरे दिल से करें हम स्तुति उसकी।

ईश्वर का साथ देता सच्चा आनंद हमें।

हम प्रेम करेंगे, आज्ञा मानेंगे ईश्वर की सदा।

देखकर ईश्वर के उद्धार की महानता,

ईश्वर के लिए प्रेम से भरे दिल से करें हम स्तुति उसकी।

ईश्वर के लिए प्रेम से भरे दिल से करें हम स्तुति उसकी।

ईश्वर के लिए प्रेम से भरे दिल से करें हम स्तुति उसकी।

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