157 लोगों का ऐसा एक समूह है
1
हम लोग परमेश्वर की वाणी सुनने, और स्वर्ग के राज्य के भोज में शामिल होने के लिए आशीषित किए गए हैं।
हम परमेश्वर के वचनों को खाते-पीते हैं और सत्य पर सहभागिता करते हैं, हमारा कलीसियाई जीवन आनंददायक और तुलना से परे है।
हम सत्य को समझकर मुक्त हो गए हैं, हम नाचते-गाते हैं, और परमेश्वर का भरपूर गुणगान करते हैं।
स्वर्ग का पवित्र शहर धरती पर उतर आया है, हम लोग ख़ुशियों के झूले में झूलते हैं।
2
दूर पुलिस का सायरन बजता है, बड़े लाल अजगर के सिपाही दरवाज़ा तोड़कर घुस जाते हैं।
गोली की आवाज़ आती है, और वे सबको वहीं ठहर जाने के लिए कहते हैं, लेकिन हम सभी लोग हताश होकर इधर-उधर भाग जाते हैं।
बाद में हम लोग हमेशा की तरह परमेश्वर के वचनों को खाने-पीने के लिए इकट्ठे होते हैं, कायर लोग बुरी तरह से डरे हुए हैं।
जो लोग परमेश्वर को चाहते हैं, वे ख़तरे के बावजूद आगे बढ़ते हैं, ऐसे लोग हैं जो इस संकरे मार्ग पर चलने की हिम्मत दिखाते हैं।
3
सेवा करने वालों का परीक्षण हमारे दिलों को कुचल देता है, शुद्धिकरण से हमारे आँसू नदियों में बह जाते हैं।
हम शपथ लेते हैं कि अंत तक निष्ठापूर्वक सेवा करेंगे, निराशा के पलों में हमें परमेश्वर का हाथ दिखायी देता है।
जब हम सेवा करने के लिए तैयार होते हैं, तो परमेश्वर हमें अपना जन बना लेता है; मैं उसके लिए कुछ भी करने को तैयार हूँ, यहाँ तक कि मरने को भी तैयार हूँ।
परमेश्वर के प्रति प्रेम के इस स्नेह प्रवाह में, हम सभी ने परमेश्वर से सचमुच प्रेम करने का संकल्प किया है।
4
परमेश्वर के वचनों के अंश-दर-अंश घनघोर बारिश की तरह हमारा न्याय करने आते हैं, वे तेज़ तलवार की तरह हमारे दिलों को बेध (वेध) देते हैं।
हम सभी जीत लिए गए हैं, हम भूमि पर साष्टांग दंडवत करते हैं, भयंकर कष्ट के साथ मुसीबत में जी रहे हैं।
हम बुझा हुआ चेहरा लिए शर्मिंदा हैं, हमारी भ्रष्टता का सत्य पूरी तरह उसे उजागर हो चुका है।
हमने सत्य को समझ लिया है और स्वयं को जान लिया है, हम परमेश्वर के सभी आयोजनों को बिना शिकायत के स्वीकारते हैं।
5
हमने परीक्षणों और क्लेशों से गुज़रकर उद्धार हासिल कर लिया है, हमें परमेश्वर के वचनों से जीत लिए गये हैं और परमेश्वर-जन बन गए हैं।
हमारी आस्था ज़्यादा व्यवहारिक हुई है, हम में सच्ची आस्था है, और हम परमेश्वर की सर्वशक्तिमत्ता और बुद्धि का गुणगान करते हैं।
सर्वशक्तिमान परमेश्वर के सभी वचन सत्य हैं, वह व्यवहारिक देहधारी परमेश्वर है।
कोई मुझसे सत्य मार्ग को छुड़वा नहीं सकता, सेवा करने वाला मेरा अच्छा मित्र बन गया है।
6
मैंने नया इंसान बनने का संकल्प कर लिया है, विवेक और तर्क-बुद्धि इंसानियत की निशानी हैं।
बुराई करने वाले बुराई करते हैं और उन्हें उजागर करके हटा दिया जाता है, सत्य पर अमल करने वालों को परमेश्वर स्वीकार कर लेता है।
परीक्षणों और क्लेशों ने विजेताओं का एक समूह बनाया है, हमने आख़िरी साँस तक मसीह का अनुसरण करने का संकल्प किया है।
हम सत्य का अनुसरण करते हैं और सभी सुंदर गवाहियाँ देते हैं, ईमानदार लोग परमेश्वर का आशीष पाते हैं।