63  परमेश्वर का खुला प्रशासन अखिल ब्रह्माण्ड में

1

परमेश्वर के सिंहासन के सामने, लौट आएँगे जब देश सारे,

परमेश्वर तब इंसानी जगत को देगा, स्वर्ग के उपहार सारे।

बेजोड़ उपहारों से ये भर जाएगा लबालब उसके कारण।

मगर जब तक पुराने जगत का वजूद रहेगा,

परमेश्वर अपना रोष देशों पर पूरे वेग से उतारेगा,

और कायनात को अपने आदेश ज़ाहिर करेगा,

देगा ताड़ना उसे जो आदेशों की अवहेलना करेगा।

सूरज, चाँद, सितारे हैं जितने आसमाँ में,

परमेश्वर बना देगा नया उन्हें, नया उन्हें।

न आसमाँ रहेगा वैसा जैसा पहले था कभी,

धरती पर हर चीज़ नई हो जाएगी।

हर चीज़ परमेश्वर के वचन से पूरी हो जाएगी।

हर चीज़ परमेश्वर के वचन से नई हो जाएगी।


2

परमेश्वर कायनात की ओर जैसे ही मुँह घुमाता है बोलने के लिये,

सुनते हैं उसकी वाणी सब, पूरी कायनात में उसके कार्य को देखते हैं सब।

जो हैं ख़िलाफ़ परमेश्वर की इच्छा के,

विरोध करते हैं उसका अपने कामों से,

हो जाएगा पतन सबका अधीन उसकी ताड़ना के।

कायनात के भीतर देशों का फिर से विभाजन होगा,

उनकी जगह परमेश्वर का देश होगा।

लौकिक देश सब ख़त्म हो चुके होंगे।

बन जाएंगे सब ऐसा राज्य जो परमेश्वर की आराधना करेगा।

धरती के देश सारे मिट जाएंगे, नहीं फिर उनका कोई वजूद होगा।

कायनात में जो इंसान संबंधित होंगे शैतान से, उनका विनाश होगा।

शैतान की आराधना जो करेंगे, परमेश्वर की अग्निशिखा में वे भस्म होंगे।

इस प्रवाह में अब जो नहीं हैं, राख हो जाएँगे वे सभी।

सूरज, चाँद, सितारे हैं जितने आसमाँ में,

परमेश्वर बना देगा नया उन्हें, नया उन्हें।

न आसमाँ रहेगा वैसा जैसा पहले था कभी,

धरती पर हर चीज़ नई हो जाएगी।

हर चीज़ परमेश्वर के वचन से पूरी हो जाएगी।

हर चीज़ परमेश्वर के वचन से नई हो जाएगी।


3

जब परमेश्वर देगा ताड़ना तमाम लोगों को कमोबेश,

धार्मिक जगत, लौट आएगा परमेश्वर के राज्य की ओर।

जीत लिये जाएंगे वे परमेश्वर के कामों से,

क्योंकि देख लिया है उन्होंने उस पवित्र को सफ़ेद बादल पर।

पूरी इंसानियत अनुगमन करेगी अपनी किस्म का,

और अपने कर्मों के हिसाब से उन्हें ताड़ना मिलेगी।

परमेश्वर के विरोधी हो जाएंगे नष्ट सारे।

जिनके कामों का कुछ लेना-देना नहीं परमेश्वर से,

अपने आचरण की बदौलत वे जीते रहेंगे।

उन पर परमेश्वर के लोगों का और उसके पुत्रों का शासन होगा।

परमेश्वर सभी देशों पर, सभी लोगों पर, करेगा ख़ुद को प्रकट।

उसकी वाणी धरती पर ख़ुद उसकी अभिव्यक्ति होगी।

अपने महान कार्य की पूर्णता का, परमेश्वर करेगा ऐलान

ताकि देख सके ख़ुद अपनी आँखों से इन सारी चीज़ों को इंसान।

सूरज, चाँद, सितारे हैं जितने आसमाँ में,

परमेश्वर बना देगा नया उन्हें, नया उन्हें।

न आसमाँ रहेगा वैसा जैसा पहले था कभी,

धरती पर हर चीज़ नई हो जाएगी।

हर चीज़ परमेश्वर के वचन से पूरी हो जाएगी।

हर चीज़ परमेश्वर के वचन से नई हो जाएगी।


—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, संपूर्ण ब्रह्मांड के लिए परमेश्वर के वचन, अध्याय 26 से रूपांतरित

पिछला: 62  लोग परमेश्वर से ईमानदारी से प्रेम क्यों नहीं करते?

अगला: 64  परमेश्वर बहाल कर देगा सृजन की पूर्व स्थिति

परमेश्वर का आशीष आपके पास आएगा! हमसे संपर्क करने के लिए बटन पर क्लिक करके, आपको प्रभु की वापसी का शुभ समाचार मिलेगा, और 2025 में उनका स्वागत करने का अवसर मिलेगा।

संबंधित सामग्री

610  मानवता में परमेश्वर के कार्य का तरीक़ा और सिद्धांत

1जब परमेश्वर देहधारी न था, तो उसके वचन इंसान समझ न पाता था,क्योंकि उसकी दिव्यता से आये थे वचन।न समझ पाता था वो उनका प्रसंग या दृष्टिकोण।वे...

902  परमेश्वर अंततः उसी को स्वीकार करते हैं, जिसके पास सत्य होता है

1 अंत के दिनों में जन्म लेने वाले लोग किस प्रकार के थे? ये वो लोग हैं जो हजारों सालों से शैतान द्वारा भ्रष्ट किए गए थे, वे इतनी गहराई तक...

396  उद्धार-कार्य के अधिक उपयुक्त है देहधारी परमेश्वर

1 अन्त के दिनों में, परमेश्वर देहधारी रूप में प्रकट होकर अपना न्याय का कार्य करता है। क्योंकि जिसका न्याय किया जाता है वह मनुष्य है, मनुष्य...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 6) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 7) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 8) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 9) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें