627 धार्मिक अवधारणाओं को थामे रखना तुम्हें केवल बर्बाद ही करेगा
1 आज से, परमेश्वर विधिवत् उन्हें पूर्ण बनाएगा जिनकी कोई धार्मिक अवधारणाएँ नहीं हैं, जो अपनी पुरानी अस्मिताओं को एक ओर रखने के लिए तैयार हैं, और जो एक सरल-हृदय से परमेश्वर का आज्ञापालन करते हैं, और वह उन्हें पूर्ण बनाएगा जो परमेश्वर के वचन की लालसा करते हैं। ऐसे लोगों को तैयार हो जाना चाहिए और परमेश्वर की सेवा करनी चाहिए। परमेश्वर में अनंत विपुलता और असीम बुद्धि है। उसके अद्भुत कार्य और बहुमूल्य वचन अधिक से अधिक लोगों द्वारा उनका आनंद लिए जाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। अपनी वर्तमान स्थिति में, जो धार्मिक अवधारणाओं वाले लोग हैं, जो वरिष्ठता का घमंड़ करते हैं, और जो स्वयं को एक ओर नहीं रख सकते हैं, उन्हें इन नयी चीज़ों को स्वीकार करना मुश्किल लगता है। पवित्र आत्मा के लिए ऐसे लोगों को पूर्ण बनाने का कोई अवसर नहीं है।
2 यदि कोई व्यक्ति आज्ञापालन करने के लिए कृतसंकल्प नहीं है, और वह परमेश्वर के वचनों का प्यासा नहीं है, तो वह इन नयी बातों को ग्रहण करने में असमर्थ रहेगा। वह बस निरंतर विद्रोही और अधिक से अधिक चालाक बनता जाएगा, और एक गलत मार्ग पर पहुँच जाएगा। अब अपना कार्य करने में, परमेश्वर और अधिक लोगों को ऊँचा उठाएगा जो उससे सच्चा प्यार करते हैं और नये प्रकाश को स्वीकार कर सकते हैं। वह उन धार्मिक अधिकारियों में पूरी तरह से कटौती कर देगा जो अपनी वरिष्ठता का घमंड करते हैं। जो ज़िद में आकर परिवर्तन का विरोध करते हैं, वह उनमें से एक को भी नहीं चाहता है। क्या तुम इन लोगों में से एक बनना चाहते हो? क्या तुम अपनी प्राथमिकताओं के अनुसार अपनी सेवा देते हो, या तुम वह करते हो जो परमेश्वर अपेक्षा करता है? यह कुछ ऐसा है जिसे तुम्हें स्वयं के लिए अवश्य जानना चाहिए। क्या तुम धार्मिक अधिकारियों में से एक हो, अथवा क्या तुम परमेश्वर द्वारा पूर्ण बनाए जा रहे एक नवजात शिशु हो?
3 पुरानी धार्मिक अवधारणाएँ व्यक्ति के जीवन का गला घोंट देंगी। व्यक्ति द्वारा प्राप्त किया गया अनुभव उसे, चीजों को उसके अपने तरीके से करने के लिए, परमेश्वर से दूर ले जाएगा। यदि तुम इन चीजों को नीचे नहीं रखते हो, तो ये तुम्हारे जीवन की उन्नति में बाधा बन जाएँगी। परमेश्वर ने सदैव उन्हें पूर्ण बनाया है जो उसकी सेवा करते हैं। वह उन्हें अकारण ही बहिष्कृत नहीं करता है। यदि तुम परमेश्वर के वचन के न्याय और ताड़ना को सच में स्वीकार करते हो, यदि तुम अपने पुराने धार्मिक तौर-तरीकों और नियमों को एक ओर रख सकते हो, और पुरानी धार्मिक अवधारणाओं को आज परमेश्वर के वचन की माप के रूप में उपयोग करना बंद कर सकते हो, केवल तभी तुम्हारे लिए एक अच्छा भविष्य होगा। किन्तु यदि तुम पुरानी चीजों से चिपके रहते हो, यदि तुम उन्हें अभी भी सँजो कर रखते हो, तो ऐसा कोई तरीका नहीं है कि तुम्हें बचाया जा सके। परमेश्वर इस तरह के लोगों पर कोई ध्यान नहीं देता है।
— "वचन देह में प्रकट होता है" में "धार्मिक सेवाओं को अवश्य शुद्ध करना चाहिए" से रूपांतरित