307  सर्वशक्तिमान परमेश्वर मुझसे प्रेम करता है


1

सर्वशक्तिमान परमेश्वर मुझसे प्रेम करता है और अपने सिंहासन के सामने मुझे लाता है।

मैं उसके वचनों का आनंद लेता हूँ, मेमने के विवाह-भोज में शामिल होता हूँ।

परमेश्वर के सुन्दर मुख को देख, मैं प्रसन्न होता हूँ;

उद्धारक के लौटने का स्वागत करना, कितने आनंद की बात है।

ओह! सर्वशक्तिमान परमेश्वर कितना प्यारा है! उसका न्याय मुझे शुद्ध करता है।

अब मैं नहीं भ्रमित, न हूँ उलझन में, सत्य समझता हूँ, मुक्त किया गया हूँ मैं।

ओह! सर्वशक्तिमान परमेश्वर कितना प्यारा है! परमेश्वर के वचनों ने मुझे जीत लिया है।

उसके वचन सत्य हैं; उन्हें मुझे खोजना और पाना चाहिए।

सत्य की वास्तविकता को जीना उसे प्रसन्न करता है।


2

सर्वशक्तिमान परमेश्वर मुझसे प्रेम करता है; उसके वचन मुझे शुद्ध करते और बदलते हैं।

उसके न्याय और प्रकाशन के हर वचन का सत्य मेरे अंतरतम हृदय से बात करता है।

मैं उसके वचन के न्याय को स्वीकार करता हूँ और देखता हूँ कि मैं कितनी गहराई तक भ्रष्ट हूँ।

मैं सच में पश्चाताप करूँगा, ईमानदार इंसान बनूँगा और उसे पूरी तरह प्रेम करूँगा।

ओह! सर्वशक्तिमान परमेश्वर कितना प्यारा है! उसका न्याय मुझे शुद्ध करता है।

मुझे मिले आशीष या पड़ूँ आपदा में, परमेश्वर को व्यवस्थाओं को समर्पित हूँ मैं, कुछ और नहीं चुनता मैं।

ओह! सर्वशक्तिमान परमेश्वर कितना प्यारा है! उसके प्रेम ने मेरा दिल ले लिया है।

संपूर्ण निष्ठा के साथ, मैं अपना हृदय परमेश्वर को सौंपता हूँ, और उसकी संप्रभुता और व्यवस्था के प्रति समर्पण करता हूँ।

सत्य की वास्तविकता को जीना उसे प्रसन्न करता है।


3

सर्वशक्तिमान परमेश्वर मुझसे प्रेम करता है; उसके वचन मेरा मार्गदर्शन करते हैं।

परमेश्वर का वचन ही सत्य है, यह मेरा जीवन बन गया है।

परमेश्वर मेरी अगुआई करता है चाहे मार्ग कितना भी दुष्कर हो जाए,

अब मैं कभी न पीछे हटूँगा, नकारात्मक नहीं होऊँगा। परमेश्वर का अनुसरण करने को संकल्पित हूँ मैं।

ओह! सर्वशक्तिमान परमेश्वर कितना प्यारा है! परमेश्वर का न्याय मुझे शुद्ध करता है।

मैं अपना कर्तव्य पूरा करने को समर्पित हूँ ताकि परमेश्वर का हृदय संतुष्ट हो सके।

ओह! मैं परमेश्वर से प्रेम करता हूँ; मैं परमेश्वर से प्रेम करना चाहता हूँ! मैं आजीवन परमेश्वर से प्रेम करने के प्रयास करूँगा।

परमेश्वर की इच्छा अनुसार कार्य करना, उसके कार्य की गवाही देना, इस जीवन में हमारा कर्तव्य है।

सत्य की वास्तविकता को जीना उसे प्रसन्न करता है।

पिछला: 306  पूरे सफ़र में साथ तुम्हारे

अगला: 308  परमेश्वर का प्रेम सबसे सच्चा है

परमेश्वर का आशीष आपके पास आएगा! हमसे संपर्क करने के लिए बटन पर क्लिक करके, आपको प्रभु की वापसी का शुभ समाचार मिलेगा, और 2025 में उनका स्वागत करने का अवसर मिलेगा।

संबंधित सामग्री

902  परमेश्वर अंततः उसी को स्वीकार करते हैं, जिसके पास सत्य होता है

1 अंत के दिनों में जन्म लेने वाले लोग किस प्रकार के थे? ये वो लोग हैं जो हजारों सालों से शैतान द्वारा भ्रष्ट किए गए थे, वे इतनी गहराई तक...

610  मानवता में परमेश्वर के कार्य का तरीक़ा और सिद्धांत

1जब परमेश्वर देहधारी न था, तो उसके वचन इंसान समझ न पाता था,क्योंकि उसकी दिव्यता से आये थे वचन।न समझ पाता था वो उनका प्रसंग या दृष्टिकोण।वे...

396  उद्धार-कार्य के अधिक उपयुक्त है देहधारी परमेश्वर

1 अन्त के दिनों में, परमेश्वर देहधारी रूप में प्रकट होकर अपना न्याय का कार्य करता है। क्योंकि जिसका न्याय किया जाता है वह मनुष्य है, मनुष्य...

775  जब तुम सत्य का अनुसरण नहीं करते तो तुम पौलुस के रास्ते पर चलते हो

1 इन दिनों, अधिकांश लोग इस तरह की स्थिति में हैं : "आशीष प्राप्त करने के लिए मुझे परमेश्वर के लिए खुद को खपाना होगा और परमेश्वर के लिए कीमत...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 1) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 2) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 3) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 4) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 5) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 6) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 7) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 8) मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ (खंड 9) मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें