213 क्या तुम लोगों ने पवित्र आत्मा को बोलते सुना है?

1

अंत के दिनों में ईश्वर वचन का कार्य करे,

देहधारी ईश्वर आज वचन बोले, ऐसे वचन पवित्र आत्मा के हैं,

क्योंकि ईश्वर आत्मा है, देहधारण कर सके।


बहुत से बेतुके लोग मानें कि पवित्र आत्मा के वचन स्वर्ग से उतर कर

इंसान के कानों में आने चाहिए। ऐसा मानने वाले ईश-कार्य को न जानें।

सच है ये, ईश्वर पवित्र आत्मा के वचन बोलने के लिए देहधारण करे।


क्या कहे पवित्र आत्मा कलीसियाओं से, जिसके कान हों वो सुन ले।

क्या तुमने पवित्र आत्मा के वचन सुने हैं?

ईश-वचन उतर आए हैं, क्या तुम सुनते हो? क्या तुम सुनते हो?


2

जो देहधारी ईश्वर को नकारें वो आत्मा को या

उन सिद्धांतों को न जानें जिनसे ईश्वर कार्य करे।

जिन्हें ये पवित्र आत्मा का युग लगे

पर उसके नए काम को नकारें, अस्पष्ट आस्था में जिएँ।


वो कभी न पा सकेंगे पवित्र आत्मा के असली काम को।

जो आत्मा के वचनों और काम को चाहे

पर देहधारी ईश्वर के वचनों और काम को नकारे,

वो नए युग में नहीं जाएँगे, पूरी तरह से नहीं बचाए जाएँगे।


क्या कहे पवित्र आत्मा कलीसियाओं से, जिसके कान हों वो सुन ले।

क्या तुमने पवित्र आत्मा के वचन सुने हैं?

ईश-वचन उतर आए हैं, क्या तुम सुनते हो? क्या तुम सुनते हो?


3

पवित्र आत्मा सीधे इंसान से बात नहीं करेगा,

यहोवा ने व्यवस्था के युग में भी

सीधे इंसान से बात नहीं की। सीधे इंसान से बात नहीं की।

आज भी वो ऐसा नहीं करेगा।

उसे बोलने, काम करने के लिए देहधारण करना होगा,

वरना उसका उद्देश्य पूरा न होगा, उसका उद्देश्य पूरा न होगा।


क्या कहे पवित्र आत्मा कलीसियाओं से, जिसके कान हों वो सुन ले।

क्या तुमने पवित्र आत्मा के वचन सुने हैं?

ईश-वचन उतर आए हैं, क्या तुम सुनते हो?

क्या तुम सुनते हो? क्या तुम सुनते हो? क्या तुम सुनते हो?


—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, वो मनुष्य, जिसने परमेश्वर को अपनी ही धारणाओं में सीमित कर दिया है, किस प्रकार उसके प्रकटनों को प्राप्त कर सकता है? से रूपांतरित

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