1001 परमेश्वर के कथन मनुष्य के लिए सर्वोत्तम निर्देश हैं
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आज परमेश्वर करता है काम तुम सब में,
ताकि सामान्य इंसानी जीवन में ले जा सके तुम्हें।
ताकि कर सके शुरुआत नये युग की,
जियोगे नया जीवन तुम सब उस जहाँ में।
कदम-दर-कदम तुम सब पर काम किया जाता है।
सामने बिठा कर, हाथ थाम कर सिखाया जाता है।
जिसकी कमी है तुममें वो देता है परमेश्वर,
तुम जो नहीं समझते समझाता है परमेश्वर।
परमेश्वर कहता है जो वचन हैं तुम्हारे लिए उसके इकलौते निर्देश।
परमेश्वर कहता है जो वचन, हैं ये वचन आज तुम्हारे दर्शन।
आगे जाकर, इन पर, करोगे तुम निर्भर।
आज जीवन का है ये पोषण, जो आने वाला है, उसके लिए निर्देश उत्तम।
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ये कार्य जीवन का पोषण है,
उचित जीवन जीना तुम सबको सिखाता है।
विशेष रूप से, अंत के दिनों में, एक समूह के
लोगों को जीवन देने के लिए है ये।
अब जो काम तुम्हारे बीच करता है परमेश्वर
वर्तमान पोषण है वो तुम सबके लिए,
समय रहते मिलने वाला उद्धार है ये।
इन कुछ सालों में परमेश्वर सारे सत्य दिखाता है।
और वो तुम्हें जीवन का मार्ग, भविष्य का काम दिखाता है।
उचित और सामान्य ढंग से अनुभव करने के लिए ये काफ़ी है।
परमेश्वर कहता है जो वचन हैं तुम्हारे लिए उसके इकलौते निर्देश।
परमेश्वर कहता है जो वचन, हैं ये वचन आज तुम्हारे दर्शन।
आगे जाकर, इन पर, करोगे तुम निर्भर।
आज जीवन का है ये पोषण, जो आने वाला है, उसके लिए निर्देश उत्तम।
—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, अभ्यास (7) से रूपांतरित