1002 जब परमेश्वर सिय्योन लौटेगा
1 जब सब कुछ व्यवस्थित हो जाएगा, तो यह वह दिन होगा जब मैं सिय्योन लौटूँगा, और इस दिन को सभी लोगों द्वारा मनाया जाएगा। जब मैं सिय्योन लौटूँगा, तो पृथ्वी पर सभी चीज़ें चुप हो जाएँगी और पृथ्वी पर सभी चीज़ें शांति में होंगी। जब मैं सिय्योन लौट चुका होऊँगा, तो सभी अपने मूल प्रकटन को पुनः प्राप्त कर लेंगे। उस समय, मैं सिय्योन में अपना कार्य शुरू करूँगा, मैं दुष्टों को दंड दूँगा और अच्छों को इनाम दूँगा, मैं अपनी धार्मिकता को प्रभावी करूँगा और अपने न्याय को कार्यान्वित करूँगा। मैं हर चीज़ को पूरा करने के लिए अपने वचनों का उपयोग करूँगा और हर किसी को और हर चीज़ को मेरे उस हाथ का अनुभव करवाऊँगा जो ताड़ना देता है। मैं सभी लोगों को मेरी समस्त महिमा, मेरी पूरी बुद्धि, मेरी पूरी उदारता देखने के लिए तैयार करूँगा। कोई भी व्यक्ति आलोचना करने के लिए उठने का साहस नहीं करेगा क्योंकि सब मेरे साथ पूरा हो जाता है। इसमें, हर कोई मेरा पूरा सम्मान देखेगा और सभी मेरी पूरी जीत का अनुभव करेंगे क्योंकि सब कुछ मेरे साथ व्यक्त होता है।
2 इससे, कोई भी मेरी महान सामर्थ्य को और मेरे अधिकार को देखने में अच्छी तरह से सक्षम होता है। कोई भी मुझे अपमानित करने का साहस नहीं करेगा, कोई भी मुझे बाधित करने का साहस नहीं करेगा। मेरे साथ सब कुछ सार्वजनिक किया जाता है, कौन कोई भी चीज़ छुपाने का साहस करेगा? मैं निश्चित रूप से उस पर दया नहीं दिखाऊँगा! इस तरह के अभागों को मेरी गंभीर सजा अवश्य मिलनी चाहिए और इस तरह के बदमाशों को मेरी दृष्टि से अवश्य हटा दिया जाना चाहिए। मैं, जरा सी भी दया के बिना और उनकी भावनाओं को चोट पहुँचाते हुए, उन पर लोहे की छड़ी के साथ शासन करूँगा और मैं उनका न्याय करने के लिए अपने अधिकार का उपयोग करूँगा, क्योंकि मैं स्वयं परमेश्वर हूँ जो भावना से रहित है और प्रतापी है और जिसका अपमान नहीं किया जा सकता है। मैं सार रूप में एक मेम्ना नहीं बल्कि एक शेर हूँ। कोई भी मुझे अपमानित करने का साहस नहीं करता है और जो कोई भी अपमान करेगा मैं, बिल्कुल भी किसी भावना के बिना, तुरंत मृत्यु दण्ड दूँगा! ऐसा ही मेरा स्वभाव है।
— "वचन देह में प्रकट होता है" में आरम्भ में मसीह के कथन के "अध्याय 120" से रूपांतरित