542 आज का सत्य उन्हें दिया जाता है जो उसके लिए लालसा और उसकी खोज करते हैं

1

तुम परमेश्वर के बहुत से कार्य से होकर गुज़रे हो,

फिर भी नहीं बदले और ना ही शुद्ध किए गए हो।

तुम अभी भी शैतान के अधीन रहते हो

और परमेश्वर को समर्पित नहीं होते हो।

तुम पर विजय प्राप्त की गई है लेकिन तुम पूर्ण नहीं किये गये हो।

तुम जीवन का अनुसरण नहीं करते ना परमेश्वर के कार्य के ज्ञान का,

खोजते हो केवल क्षणिक सुख और आराम।

इसलिए, तुम्हारा स्वभाव नहीं बदला है।

तुमने फिर से प्राप्त नहीं की है वो छवि

जिसमें परमेश्वर ने मानव को बनाया था।

तुम चलती फिरती लाश हो, बिना आत्मा के।

परमेश्वर पतरस के समान लोगों को चाहता है,

ऐसे लोग जो पूर्ण बनाए जाने का अनुसरण करते हैं।

आज का सत्य उन्हें दिया जाता है जो उसकी लालसा और खोज करते हैं।

उद्धार उन्हें दिया जाता है जो बचाए जाना चाहते हैं,

ये सिर्फ़ तुम लोगों द्वारा ग्रहण करने के लिए नहीं है,

परंतु इसलिए ताकि तुम लोग परमेश्वर द्वारा ग्रहण किए जाओ।

तुम लोग परमेश्वर को ग्रहण

करते हो ताकि परमेश्वर तुम लोगों को ग्रहण कर सके।


2

वे जो कभी अनुसरण नहीं करते पवित्रता को प्राप्त करने का,

जो कभी अनुसरण नहीं करते, आत्मा में विषयों के ज्ञान का,

सत्य का अनुसरण नहीं करते,

संतुष्ट हैं केवल विजय पा लिए जाने से नकारात्मक पहलू पर,

असमर्थ हैं सत्य को जीने में, उसे प्रकट करने में,

और पवित्र लोग बनने में,

ये वे लोग हैं जिन्हें बचाया नहीं गया है।


परमेश्वर पतरस के समान लोगों को चाहता है,

ऐसे लोग जो पूर्ण बनाए जाने का अनुसरण करते हैं।

आज का सत्य उन्हें दिया जाता है जो उसकी लालसा और खोज करते हैं।

उद्धार उन्हें दिया जाता है जो बचाए जाना चाहते हैं,

ये सिर्फ़ तुम लोगों द्वारा ग्रहण करने के लिए नहीं है,

परंतु इसलिए ताकि तुम लोग परमेश्वर द्वारा ग्रहण किए जाओ।

तुम लोग परमेश्वर को ग्रहण

करते हो ताकि परमेश्वर तुम लोगों को ग्रहण कर सके।


3

आज, परमेश्वर ने कहे हैं ये सारे वचन तुम लोगों से।

तुम लोगों ने सुना है और तुम्हें अभ्यास करना है इनके अनुसार।

जब तुम लोग इन्हें जी सकोगे,

इन वचनों के द्वारा परमेश्वर तुम लोगों को ग्रहण कर लेगा।

उस समय, तुम लोगों ने इन वचनों को ग्रहण कर लिया होगा।

दूसरे शब्दों में, तुम लोगों ने सर्वोच्च उद्धार को ग्रहण किया है।

तुम्हें शुद्ध कर दिए जाने के बाद, तुम लोग सच्चे मानव हो जाओगे।


परमेश्वर पतरस के समान लोगों को चाहता है,

ऐसे लोग जो पूर्ण बनाए जाने का अनुसरण करते हैं।

आज का सत्य उन्हें दिया जाता है जो उसकी लालसा और खोज करते हैं।

उद्धार उन्हें दिया जाता है जो बचाए जाना चाहते हैं,

ये सिर्फ़ तुम लोगों द्वारा ग्रहण करने के लिए नहीं है,

परंतु इसलिए ताकि तुम लोग परमेश्वर द्वारा ग्रहण किए जाओ।

तुम लोग परमेश्वर को ग्रहण

करते हो ताकि परमेश्वर तुम लोगों को ग्रहण कर सके।


—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, पतरस के अनुभव : ताड़ना और न्याय का उसका ज्ञान से रूपांतरित

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