822 व्यवहारिक परिणाम हासिल करने के लिए परमेश्वर की गवाही कैसे दें
जब आप परमेश्वर के लिए गवाही देते हैं, तो आपको मुख्य रूप से इस बारे में अधिक बात करनी चाहिए कि परमेश्वर कैसे न्याय करते हैं और लोगों को कैसे दंड देते हैं, मनुष्यों का शुद्धिकरण करने और मनुष्यों के स्वभाव में परिवर्तन लाने के लिए किन परीक्षणों का उपयोग करते हैं। आपको इस बारे में भी बात करना चाहिए कि आपने कितना सहन किया है, आप लोगों के भीतर कितने भ्रष्टाचार को प्रकट किया गया है, और आखिरकार परमेश्वर ने कैसे आपको जीता था; परमेश्वर के कार्य का कितना वास्तविक ज्ञान आपके पास है और आपको परमेश्वर के लिए कैसे गवाही देनी चाहिए और परमेश्वर के प्रेम का मूल्य परमेश्वर को कैसे चुकाना चाहिए। तुम्हें इन बातों को सरल तरीके से प्रस्तुत करते हुए, इस प्रकार की भाषा का अधिक व्यावहारिक रूप से प्रयोग करना चाहिए। अपने आपको बहुत ऊंचा दिखाने की कोशिश न करें, और खोखले सिद्धांतों के बारे में बात न करें; ऐसा करने से आपको बहुत घमंडी और तर्कहीन माना जाएगा। व्यावहारिक अनुभवों से ज्ञात तथ्यात्मक चीज़ों के बारे में ज़्यादा बात करें और दिल से बोलें; यह दूसरों के लिए बहुत लाभकारी होगा और उनके समझने के लिए सबसे उचित होगा। आप लोग परमेश्वर के सबसे कट्टर विरोधी थे और उनके प्रति समार्पित होने के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन अब परमेश्वर के वचनों के द्वारा आप जीत लिए गए हैं, इसे कभी नहीं भूलें। इस प्रकार के मामलों में आपको अनवरत विचार और मंथन की आवश्यकता होती है। एक बार जब आप इसे समझ जाएंगे, तो आपको गवाही देने का तरीका पता चल जाएगा; अन्यथा आप और अधिक बेशर्म और मूर्खतापूर्ण कृत्य कर बैठेंगे।
— "मसीह की बातचीतों के अभिलेख" में "बुनियादी ज्ञान जो मनुष्य के पास होना चाहिए" से रूपांतरित