828 क्या तुम बड़े लाल अजगर के सामने परमेश्वर की गवाही दे सकते हो?
1 मैं आकाश में उड़ते छोटे पक्षियों को देखकर प्रसन्न होता हूँ। यद्यपि उन्होंने मेरे सामने कोई संकल्प नहीं रखा है, और मुझे "प्रदान" करने के लिए उनके पास कोई शब्द नहीं है, वे उस संसार में आनंद लेते हैं जो मैंने उन्हें दिया है। बहरहाल, मनुष्य, इसके लिए असमर्थ है, और उसका चेहरा उदासी से भरा हुआ है—कहीं ऐसा तो नहीं कि उसका मुझ पर कोई ऐसा ऋण बाकी है जो मैं चुका नहीं सकता? क्यों उसका चेहरा हमेशा आँसुओं में डूबा रहता है? मैं पहाड़ियों में खिलती कुमुदिनी की प्रशंसा करता हूँ। फूलों और घास का तो ढलानों पर फैलाव होता है, लेकिन वसंत ऋतु के आने से पहले कुमुदिनी मेरी महिमा को चार चाँद लगा देती है—क्या मनुष्य इतना कुछ हासिल कर सकता है? क्या वह पृथ्वी पर मेरी वापसी से पहले मेरी गवाही दे सकता है? क्या वह बड़े लाल अजगर के देश में मेरे नाम की खातिर खुद को समर्पित कर सकता है?
2 आखिरी दिनों के लोगों के समूह के बीच मेरा कार्य एक अभूतपूर्व उद्यम है, और इस प्रकार, मेरी आखिरी कठिनाई का सामना मेरी खातिर सभी लोगों को करना पड़ता है, ताकि मेरी महिमा सारे ब्रह्मांड को भर सके। क्या तुम लोग मेरी इच्छा को समझते हो? यह आखिरी अपेक्षा है जो मैं मनुष्य से करता हूँ, मुझे आशा है कि सभी लोग बड़े लाल अजगर के सामने मेरे लिए सशक्त, ज़बर्दस्त गवाही दे सकते हैं, कि वे मेरे लिए अंतिम बार स्वयं को समर्पित कर सकते हैं, और एक आखिरी बार मेरी अपेक्षाओं को पूरा कर सकते हैं। क्या तुम लोग वाकई ऐसा कर सकते हैं? तुम लोग अतीत में मेरे दिल को संतुष्ट करने में असमर्थ थे—क्या तुम लोग अंतिम बार में इस प्रतिमान को तोड़ सकते हो? मैं लोगों को चिंतन करने का मौका देता हूँ, मुझे अंतिम जवाब देने से पहले उन्हें सावधानी से विचार करने देता हूँ। क्या तुम लोगों को मेरी अपेक्षाओं को साकार कर सकने का भरोसा है?
— "वचन देह में प्रकट होता है" में संपूर्ण ब्रह्मांड के लिए परमेश्वर के वचन के "अध्याय 34" से रूपांतरित