550 तुम्हें उत्तरजीवी बनने की कोशिश करनी चाहिए
1 मैं तुम्हें एक ऐसे मार्ग पर ले जाऊँगा जो यह सुनिश्चित करेगा कि तुम सभी लोग आगे बढ़ो : यानी, जीवन जी पाने योग्य होने का प्रयास। इस बात की चिंता न करो कि भविष्य में तुम्हारा क्या स्थान या स्थिति होगी; केवल इस बात की चिंता करो कि तुम्हें क्या करना चाहिए, क्योंकि तुम्हें जीवित रहने का प्रयास करना है। लोगों को यही प्रयास करना चाहिए; यह उचित है, कोई व्यर्थ की इच्छा नहीं है, क्योंकि जो लोग जीवित बचेंगे, वे निश्चय ही अच्छे लोग होंगे। वे निश्चित रूप से परमेश्वर के लिए शानदार गवाही देंगे और परमेश्वर की इच्छा पूरी करेंगे। इसलिए जीवित रहने की कामना कोई असाधारण या असंयत इच्छा नहीं है; बल्कि यह ऐसी कामना है जिसका प्रयास सभी को करना चाहिए। यह परमेश्वर के उद्धार-कार्य के अनुरूप है।
2 तुम सभी को भविष्य में जीवित रहने की एक बुनियादी योजना बनानी चाहिए जो संभव हो, फिर चाहे वह एक सेवाकर्ता बनकर हो, परमेश्वर-जन बन कर हो, परमेश्वर का पुत्र बनकर हो या एक ऊँची हैसियत वाले इंसान के रूप में हो। तुम्हें केवल इतना ही सोचना है कि परमेश्वर की स्वीकृति पाने और फिर जीने के लिए तुम्हें क्या करना चाहिए, क्योंकि परमेश्वर चाहता है कि अधिक से अधिक लोग जीवित रहें। क्या इससे तुम्हारी खोज आसान नहीं हो जाती? तुम्हें यह समझना चाहिए : एक उचित खोज कोई असंयत इच्छा नहीं है। परमेश्वर में विश्वास करते समय, लोगों को असंयत इच्छा नहीं करनी चाहिए, बल्कि उनका अनुसरण उचित होना चाहिए।
—परमेश्वर की संगति से रूपांतरित