41 सर्वशक्तिमान परमेश्वर का गुणगान कभी न ख़त्म होगा

1

देहधारी मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर,

महिमा से भरे हुए,

कर रहे हैं सत्य व्यक्त वो,

प्रकट हुए हैं पूरब में।

नभ में और कायनात में,

जगमगाते रोशनी से परमेश्वर के वचन।

परमेश्वर के न्याय को स्वीकार करो

और हम रोशनी के भीतर रहेंगे।


जल्दी आकर देखो भाइयो।

उतरता है राज्य दुनिया में।

जल्दी आकर सुनो बहनो

हर जगह सुर गुणगान के।

स्वागत करें ख़ुशी से उद्धारक की वापसी का ईश्वर जन!


2

अंत के दिनों का न्याय

शुरू हुआ ईश्वर के घर से।

प्रकट होकर परमेश्वर

लाये अनंत जीवन का मार्ग।

सुनकर भेड़ें उनकी वाणी

लौट आईं सामने उनके,

आनंद लिया उनके वचनों का

मेमने के विवाह-भोज में।


जल्दी आकर देखो भाइयो।

भरपूर है राज्य का भोज।

जल्दी आकर सुनो बहनो।

अधिकार है ईश्वर के वचनों में।

जीत लिया है लाखों दिलों को ईश्वर के वचनों ने।


3

क्यों गाते हैं भाई-बहन

आनंदित होकर स्तुति में?

क्योंकि सर्वशक्तिमान परमेश्वर ने

बचाया है शैतान से हमें।

परमेश्वर के न्याय-वचन ने

शुद्ध किया, बचा लिया हमें।

परमेश्वर के वचनों के भीतर जीकर,

कभी न होंगे दुखी-निराश हम।


जल्दी-जल्दी, उठो भाइयो।

आओ गवाही दें ईश्वर की।

जल्दी, बहनो, रुको नहीं तुम।

देकर दिल अपना, करें ख़ुश ईश्वर को हम।

फ़र्ज़ निभाने की ख़ातिर, सब-कुछ अर्पित करें अपना हम।


4

आओ भाइयो-बहनो, दिल खोलकर नाचें हम,

पाई महिमा सर्वशक्तिमान परमेश्वर ने, करें उनकी स्तुति हम।

बनाए विजेता, हराया शैतान को परमेश्वर ने।

आनंदित हो स्तुति करते, ईश्वर की विजय के लिये हम।


नवगीत गाओ भाइयो,

हर ओर गूँजते सुर हमारे।

नाचो बहनो, दिल खोलकर स्तुति करते हम,

बेइंतिहा गुणगान करते सर्वशक्तिमान परमेश्वर का हम।

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