844 परमेश्वर तुम्हें तभी पूर्ण करेगा जब तुम पतरस के मार्ग पर चलो

यीशु ने पतरस से जो कहा, वही वो आज सबसे कहे।

इंसान का ज्ञान और जीवन-प्रवेश पतरस के स्तर का हो।


1

इसी मार्ग और अपेक्षा के अनुसार ईश्वर सबको पूर्ण करे।

जिससे पतरस गुज़रा, उससे तुम भी गुज़रो।

जो फल पतरस ने पाया, वो तुममें भी नज़र आए;

तुम भी पतरस के दर्द से गुज़रो।

जिस मार्ग पर तुम चलते, वही पतरस का भी है।

जो दर्द तुम्हारा है, वो पतरस का भी है।

जब तुम महिमा पाओ और सच्चा जीवन जीओ,

तो तुम पतरस की छवि जीते हो।

मार्ग वही है, इस पर चलने से ही इंसान पूर्ण बनाया जाये।


2

जिस मार्ग पर तुम चलते और आगे जिस पर चलोगे

उसके बारे में स्पष्ट हो जाओ,

जानो, वो क्या है जिसे ईश्वर पूर्ण करेगा, और तुम्हें क्या सौंपा गया है।

जिस मार्ग पर तुम चलते, वही पतरस का भी है।

जो दर्द तुम्हारा है, वो पतरस का भी है।

जब तुम महिमा पाओ और सच्चा जीवन जीओ,

तो तुम पतरस की छवि जीते हो।

मार्ग वही है, इस पर चलने से ही इंसान पूर्ण बनाया जाये।


3

गर किसी दिन तुम्हारी भी परीक्षा हुई,

और तुम पतरस के अनुभवों से प्रेरित हो सके,

तो यह दर्शाएगा, तुम उसके मार्ग पर हो।

सच्ची ईश-आस्था, प्रेम और निष्ठा के लिए पतरस को ईश्वर ने सराहा।

वो ईमानदार और ईश्वर के लिए लालायित था,

तभी ईश्वर ने उसे पूर्ण बनाया।

गर तुममें भी है वही प्रेम और विश्वास, यीशु तुम्हें भी पूर्ण बनाएगा।

जिस मार्ग पर तुम चलते, वही पतरस का भी है।

जो दर्द तुम्हारा है, वो पतरस का भी है।

जब तुम महिमा पाओ और सच्चा जीवन जीओ,

तो तुम पतरस की छवि जीते हो।

मार्ग वही है, इस पर चलने से ही इंसान पूर्ण बनाया जाये।


—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, पतरस ने यीशु को कैसे जाना से रूपांतरित

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