702 स्वभाव में बदलाव पवित्र आत्मा के काम से अलग नहीं हो सकता
1
पवित्र आत्मा का कार्य और मौजूदगी
तय करता है कि तुम खोजते हो निष्ठा से,
न कि दूसरों का न्याय तुम पर और न ही उनकी राय से।
पर इससे ज़्यादा, क्या पवित्र आत्मा का कार्य समय के साथ
तुम्हें बदलकर, परमेश्वर का ज्ञान कराता है,
तुम्हारी ईमानदारी को तय करता है।
पवित्र आत्मा के कार्य के साथ, तुम सबका स्वभाव बदलेगा,
तुम सबकी आस्था पर राय शुद्ध होंगी।
परिवर्तन का अर्थ है कि पवित्र आत्मा कार्य पर है,
चाहे कितनी भी देर से तुम सबने उसका अनुसरण किया हो।
2
गर तुम सब में बदलाव नहीं है, तो ये दर्शाता है कि
पवित्रात्मा तुम सब पर कार्य नहीं करता है।
यद्यपि तुम सब सेवा करते हो, तुम करते हो इसे प्राप्त करने को आशीष।
कभी-कभी सेवा करने का मतलब नहीं स्वभाव में परिवर्तन का होना।
सेवा-कर्ताओं को नष्ट कर दिया जाएगा
क्योंकि राज्य को उनकी ज़रूरत नहीं है।
राज्य को ज़रूरत नहीं अपरिवर्तित लोगों की
वफ़ादार और पूर्ण किए हुये लोगों की सेवा करने के लिए।
पवित्र आत्मा के कार्य के साथ, तुम सबका स्वभाव बदलेगा,
तुम सबकी आस्था पर राय शुद्ध होंगी।
परिवर्तन का अर्थ है कि पवित्र आत्मा कार्य पर है,
चाहे कितनी भी देर से तुम सबने उसका अनुसरण किया हो, अनुसरण किया हो।
—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, परमेश्वर और मनुष्य साथ-साथ विश्राम में प्रवेश करेंगे से रूपांतरित