125 मैंने देखा है प्रेम परमेश्वर का
I
सर्वशक्तिमान परमेश्वर,
तू ही है जो करता प्यार मुझसे।
इस गंदे संसार से चुना तूने मुझे!
तो आता हूँ मैं तेरे सामने,
हाँ, आता हूँ मैं तेरे सामने,
कलीसिया का जीवन जीता हूँ मैं,
हर दिन तेरे वचनों का आनंद लेता हूँ मैं।
ऐसा आशीष पाना तो है
तेरे द्वारा उठाया जाना!
सर्वशक्तिमान परमेश्वर,
मैंने देखा है प्रेम तेरा,
तेरे प्रेम का प्रतिफल चुकाना,
यही है मेरी इच्छा।
तेरे प्रति अपना फर्ज़ निभाना ही है मेरी इच्छा।
मैंने देखा है प्रेम तेरा,
इसका प्रतिफल दूँगा मैं!
बस यही है मेरी इच्छा।
बस यही है मेरी इच्छा।
II
सर्वशक्तिमान परमेश्वर,
तू चलता कलीसियाओं के बीच।
हमारे दूषित स्वभाव के बारे में सत्य व्यक्त किये हैं तूने।
तू करता कांट-छांट और व्यवहार हमसे,
हाँ, करता कांट-छांट और व्यवहार हमसे,
हमारे विद्रोह और विरोध को दूर करता हमसे।
हमारी कल्पना, धारणा का तू करता न्याय,
हमें शुद्ध करने के लिए।
III
सर्वशक्तिमान परमेश्वर,
मैंने देखा है प्रेम तेरा।
तेरे प्रेम का प्रतिफल चुकाना,
यही है मेरी इच्छा।
तेरे प्रति अपना फर्ज़ निभाना ही है मेरी इच्छा।
मैंने देखा है प्रेम तेरा,
इसका प्रतिफल दूँगा मैं!
बस यही है मेरी इच्छा।
बस यही है मेरी इच्छा।
सर्वशक्तिमान परमेश्वर,
तूने हमें बचाया है।
हमें पोषण, सिंचन देने को तू हर दिन वचन कहता है।
मेरी कठिनाइयों और दर्द में,
मेरी सारी कठिनाइयों और दर्द में,
सदा रहे हैं तेरे वचन साथ मेरे।
तेरे वचनों के बीच जीते हुए,
अपने जीवन में बढ़ा हूँ मैं।
सर्वशक्तिमान परमेश्वर,
मैंने देखा है प्रेम तेरा,
तेरे प्रेम का प्रतिफल चुकाना,
यही है मेरी इच्छा।
तेरे प्रति अपना फर्ज़ निभाना ही है मेरी इच्छा।
मैंने देखा है प्रेम तेरा,
इसका प्रतिफल दूँगा मैं!
बस यही है मेरी इच्छा।
बस यही है मेरी इच्छा।
बस यही है मेरी इच्छा।
बस यही है मेरी इच्छा।