1025 अंत के दिनों में मनुष्य से परमेश्वर का वादा
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विजय-कार्य पूरा होने के बाद,
इंसान एक खूबसूरत दुनिया में लाया जाएगा।
बेशक यह जीवन अब भी धरती पर ही होगा,
लेकिन वह आज के इंसानी जीवन से बिल्कुल जुदा होगा।
इंसान को यह जीवन तब मिलेगा जब
पूरी मानवजाति जीत ली जाएगी,
धरती पर इंसान के लिए यह नई शुरुआत होगी,
इंसान के पास ऐसे जीवन का होना
सबूत होगा इंसान के
नए और खूबसूरत क्षेत्र में आने का।
यह धरती पर इंसान और
परमेश्वर के जीवन की शुरुआत होगी।
ऐसे खूबसूरत जीवन का आधार यह है कि
इंसान शुद्ध किए जाने और
जीत लिए जाने के बाद, सृष्टिकर्ता को करे समर्पण।
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और इसलिए विजय-कार्य
ईश-कार्य का आखिरी चरण है,
इससे पहले कि इंसान इस शानदार मंजिल में आए।
ऐसा है धरती पर इंसान का भावी जीवन,
धरती पर सबसे खूबसूरत जीवन,
ऐसा जीवन जिसके लिए तरसे इंसान,
ऐसा जीवन जो संसार के इतिहास में
इंसान ने नहीं कभी पाया,
ऐसा जीवन जो संसार के इतिहास में
इंसान ने नहीं कभी पाया।
यह 6,000 साल के प्रबंधन-कार्य का अंतिम नतीजा है;
इंसान इसके लिए सबसे अधिक तरसे,
यह इंसान से ईश्वर का वादा भी है;
इंसान इसके लिए सबसे अधिक तरसे,
यह इंसान से ईश्वर का वादा भी है।
लेकिन यह वादा फौरन पूरा नहीं हो सकता:
इंसान भावी मंजिल में तभी प्रवेश करेगा
जब अंत के दिनों का कार्य पूरा होगा
और वह पूरी तरह जीत लिया जाएगा,
यानी जब शैतान पूरी तरह हरा दिया जाएगा।
—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, मनुष्य के सामान्य जीवन को बहाल करना और उसे एक अद्भुत मंज़िल पर ले जाना