202 देहधारी परमेश्वर तुम्हारे लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण है
इस बार, परमेश्वर कार्य करने आत्मिक देह में नहीं,
बल्कि एक एकदम साधारण देह में आया है।
यह न केवल परमेश्वर के दूसरी बार देहधारण की देह है,
बल्कि यह वही देह है जिसमें वह लौटकर आया है।
यह बिलकुल साधारण देह है।
इस देह में दूसरों से अलग कुछ भी नहीं है,
परंतु तुम उससे वह सत्य ग्रहण कर सकते हो
जिसके विषय में तुमने पहले कभी नहीं सुना होगा।
यह तुच्छ देह, परमेश्वर के सभी सत्य-वचन का मूर्त रूप है,
जो अंत के दिनों में परमेश्वर का काम करती है,
और मनुष्यों के जानने के लिये
यही परमेश्वर के संपूर्ण स्वभाव की अभिव्यक्ति है।
वह परमेश्वर के राज्य में तुम्हारे लिये द्वार है,
नये युग में तुम्हारा मार्गदर्शक है,
क्या ऐसा साधारण व्यक्ति तुम्हारे
विश्वास और श्रद्धा के योग्य नहीं है?
Ⅰ
देहधारी परमेश्वर नहीं कोई आम इंसान।
अंत के दिनों में परमेश्वर का कार्य
किया जाता है पूरा
इस आम इंसान के ज़रिए।
वो अर्पित करे तुम्हारे लिए सब कुछ;
उसके हाथों की हथेली में है
तुम्हारा सब कुछ।
क्या इस तरह का इंसान
जैसा मानते हो तुम लोग
हो सकता है उल्लेख के लिए
बहुत ही सरल?
क्या उसकी सच्चाई तुम्हें
यक़ीन दिलवाने के लिए काफ़ी नहीं?
क्या उसकी सच्चाई तुम्हें
यक़ीन दिलवाने के लिए काफ़ी नहीं?
Ⅱ
अंत के दिनों में परमेश्वर का कार्य
किया जाता है पूरा
इस आम इंसान के ज़रिए।
जो सच प्रकट करता है वो,
क्यों नहीं तुम लोगों को मिलते उसमें
परमेश्वर के कार्य के निशां?
उसकी दिखाई राह क्या तुम लोगों के
चलने के लायक नहीं?
क्यों ठुकराते हो, नज़र बचाते हो उससे?
क्या उसके कार्य नहीं करते
तुम लोगों की आँखों को संतुष्ट?
क्या उसके कार्य नहीं करते
तुम लोगों की आँखों को संतुष्ट?
Ⅲ
अंत के दिनों में परमेश्वर का कार्य
किया जाता है पूरा
इस आम इंसान के ज़रिए।
वो अर्पित करे तुम्हारे लिए सब कुछ;
उसके हाथों की हथेली में है
तुम्हारा सब कुछ।
वो व्यक्त और प्रदान करता है सत्य;
एक राह है तुम लोगों के चलने के लिए
इसका कारण है सिर्फ़
और सिर्फ़ ये इंसान।
देहधारी परमेश्वर कोई आम इंसान नहीं।
नहीं, वो नहीं। कोई आम इंसान नहीं।
नहीं, वो नहीं। कोई आम इंसान नहीं।
'वचन देह में प्रकट होता है' से रूपांतरित