453 पवित्र आत्मा के कार्य के अपने सिद्धांत हैं
1 पवित्र आत्मा के कार्य के अपने सिद्धांत हैं और यह सशर्त है। किस तरह के लोगों में पवित्र आत्मा कार्य करता है? पवित्र आत्मा का कार्य प्राप्त करने के लिये व्यक्ति में क्या गुण होना चाहिये? अपने विश्वास में, व्यक्ति को साफ़ तौर पर यह समझना चाहिये कि उसके पास कम से कम एक ईमानदार हृदय और विवेक होना ज़रूरी है। जब तुम्हारे पास एक ईमानदार हृदय के साथ-साथ वह विवेक और तर्क होगा जो मानवीय प्रकृति में होना ज़रूरी है, तभी पवित्र आत्मा तुम पर कार्य कर सकता है।
2 क्या तुम लोगों ने उस स्वरूप को समझ लिया है जिसमें पवित्र आत्मा कार्य करता है? पवित्र आत्मा आम तौर पर उन लोगों पर कार्य करता है जिनके दिल ईमानदार हैं, वह तभी कार्य करता है जब लोग मुश्किल में होते हैं और सत्य की खोज करते हैं। परमेश्वर उन लोगों पर ध्यान नहीं देगा जिनके पास इंसानी तर्क या विवेक का ज़रा सा भी अंश नहीं है। फिर ऐसे लोगों को क्या करना चाहिए? उन्हें सच्चे दिल से पश्चाताप करना चाहिये। सबसे पहले, तुम्हारा हृदय परमेश्वर के लिए खुला होना चाहिये और तुम्हें परमेश्वर के सत्य की खोज करनी चाहिये; जब तुम सत्य को समझ लोगे, तब तुम इसका अभ्यास कर पाओगे। फिर तुम परमेश्वर की व्यवस्था के प्रति समर्पित हो जाओगे और परमेश्वर को नियंत्रण लेने दोगे। सिर्फ़ इसी तरीके से तुम परमेश्वर की प्रशंसा पा सकोगे।
3 सबसे पहले तुम्हें अपने अभिमान और दंभ को अलग रखना होगा और अपने हितों को त्यागना होगा। इसके बाद, अपने पूरे शरीर और आत्मा को अपना दायित्व पूरा करने और परमेश्वर के लिये गवाही देने के काम में लगाना होगा। तुम्हें पहले आत्मसमर्पण करना होगा, परमेश्वर के लिये अपने हृदय को खोलना होगा और उन चीज़ों को अलग करना होगा जिन्हें तुम प्रेम करते हो और संजो कर रखते हो। अगर तुम परमेश्वर से अनुरोध करते समय उन चीज़ों से चिपके रहते हो, तो क्या तुम पवित्र आत्मा के कार्य को प्राप्त कर पाओगे? पवित्र आत्मा का कार्य सशर्त है, और परमेश्वर वह परमेश्वर है जो दुष्टों से नफ़रत करता है और जो स्वयं पवित्र है। अगर लोग हमेशा इन चीज़ों से चिपके रहते हैं, लगातार अपने आपको परमेश्वर से दूर करते हैं और परमेश्वर के कार्य एवं मार्गदर्शन को अस्वीकार करते हैं, तो परमेश्वर उन पर कार्य करना बंद कर देगा। इसलिये, इंसानी तर्क और विवेक से रहित लोगों को सच्चे दिल से पश्चाताप करना चाहिये अन्यथा पवित्र आत्मा उन पर कार्य नहीं करेगा।
— "मसीह की बातचीतों के अभिलेख" में "तू अपने सच्चे हृदय को परमेश्वर की ओर मोड़ने के बाद सच्चाई को प्राप्त कर सकता है" से रूपांतरित