87 अंत के दिनों का देहधारी परमेश्वर वचनों से मनुष्यों को पूर्ण करता है

ईश्वर अपने वचन बोलने आए धरती पर।

ईश-वचनों से जुड़ते, देखते, सुनते तुम,

ईश-वचनों का पालन करते तुम, ईश-वचनों का अनुभव करते तुम।


1

ये देहधारी ईश्वर वचनों से ही इंसान को पूर्ण बनाए।

वो संकेत या चमत्कार न दिखाए, न ही यीशु का पिछला कार्य करे।

हालाँकि दोनों ईश्वर हैं, देहधारी हैं, पर उनकी सेवकाई एक नहीं।

अंत के दिनों में ईश्वर, वचनों से ही इंसान को

राह दिखाए, सभी को पूर्ण बनाए।

ताड़ना के लिए तथ्यों का प्रयोग न करे।


2

आज ईश्वर देह बना है "वचन देह में प्रकट हो रहा है," का काम पूरा करने,

इंसान को वचन से पूर्ण बनाने, उससे व्यवहार और शुद्धिकरण को स्वीकार कराने।

उसके वचन तुम्हें पोषण और जीवन दें; तुम देखो उसका कार्य और कर्म उनमें।

वो तुम्हें ताड़ना दें और शुद्ध करें। कष्ट भी आएँ ईश-वचनों से।


3

आज ईश्वर तथ्यों से नहीं, वचनों से कार्य करे।

जब ईश-वचन तुम पर आ जाएँ, तो पवित्र आत्मा कार्य कर पाए,

कष्ट या मधुरता हो महसूस तुम्हें।

ईश-वचन ही वास्तविकता लाएँ, वही तुम्हें पूर्ण बना पाएँ।

अंत के दिनों में ईश्वर, वचनों से ही इंसान को

राह दिखाए, सभी को पूर्ण बनाए।

ताड़ना के लिए तथ्यों का प्रयोग न करे।


4

कभी-कभी कुछ लोग ईश्वर का विरोध करें।

ईश्वर न दे बड़ा कष्ट तुम्हें,

न तुम्हारी देह को ताड़ना दे, न तुम कोई मुश्किलें झेलो।

पर जब उसके वचन आएँ तुम पर, करें शुद्ध, तो ये तुम्हें बर्दाश्त न हो।

अंत के दिनों में ईश्वर, वचनों से ही इंसान को

राह दिखाए, सभी को पूर्ण बनाए।

ताड़ना के लिए तथ्यों का प्रयोग न करे।


—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, परमेश्वर के वचन के द्वारा सब-कुछ प्राप्त हो जाता है से रूपांतरित

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