952 इंसान का विद्रोह जगाता है परमेश्वर के क्रोध को

1

हिलायेगा जब परमेश्वर का रोषपूर्ण क्रोध पर्वतों, नदियों को,

तो परमेश्वर मदद नहीं देगा कायर इंसानों को।

रोष में उन्हें वो पछताने का मौका नहीं देगा,

उनसे कोई उम्मीद नहीं रखेगा, जिसके लायक हैं वो सज़ा उन्हें देगा।

प्रचंड कुपित लहरों की तरह, भीषण गर्जनाएँ होंगी, जैसे ढह रहे हों पर्वत हज़ारों।

इंसानों को उसके विद्रोह की वजह से गिराकर मार दिया जाएगा।

गर्जना और कड़कती बिजली में मिटा दिये जाएँगे जीव सारे, जीव सारे।

बहुत दूर चला जाता है इंसान परमेश्वर से, उसके क्रोध की वजह से।

क्योंकि अपमान किया है पवित्र आत्मा के सार का इंसान ने,

नाख़ुश किया है परमेश्वर को इंसान के विद्रोह ने।


2

एकाएक पूरी कायनात में उथल-पुथल हो जाती है,

सृष्टि ले नहीं पाती जीवन का मूल श्वास फिर से।

इंसान बच नहीं पाता भीषण गर्जनाओं से;

चमकती बिजलियों के बीच, प्रचंड धाराओं में,

पर्वतों से आती प्रचंड धारा में, गिरकर बह जाते हैं इंसानी झुण्ड।

इंसान के "गंतव्य" में अचानक

"मानव" का विश्व जमा हो जाता है, लाशें बहती हैं समंदर में, समंदर में।

बहुत दूर चला जाता है इंसान परमेश्वर से, उसके क्रोध की वजह से।

क्योंकि अपमान किया है पवित्र आत्मा के सार का इंसान ने,

नाख़ुश किया है परमेश्वर को इंसान के विद्रोह ने।

मगर धरती पर बेख़ौफ़, दूसरे लोग गा रहे हैं, हँसी और गीतों के मध्य,

परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं का आनंद ले रहे हैं,

जो पूरी की हैं परमेश्वर ने महज़ उनके लिये, उनके लिये।


—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, संपूर्ण ब्रह्मांड के लिए परमेश्वर के वचन, अध्याय 17 से रूपांतरित

पिछला: 951 परमेश्वर का स्वभाव अपमान सहता नहीं

अगला: 953 परमेश्वर के कोप का दृश्य

परमेश्वर का आशीष आपके पास आएगा! हमसे संपर्क करने के लिए बटन पर क्लिक करके, आपको प्रभु की वापसी का शुभ समाचार मिलेगा, और 2024 में उनका स्वागत करने का अवसर मिलेगा।

संबंधित सामग्री

775 तुम्हारी पीड़ा जितनी भी हो ज़्यादा, परमेश्वर को प्रेम करने का करो प्रयास

1समझना चाहिये तुम्हें कितना बहुमूल्य है आज कार्य परमेश्वर का।जानते नहीं ये बात ज़्यादातर लोग, सोचते हैं कि पीड़ा है बेकार:अपने विश्वास के...

610 प्रभु यीशु का अनुकरण करो

1पूरा किया परमेश्वर के आदेश को यीशु ने, हर इंसान के छुटकारे के काम को,क्योंकि उसने परमेश्वर की इच्छा की परवाह की,इसमें न उसका स्वार्थ था, न...

परमेश्वर का प्रकटन और कार्य परमेश्वर को जानने के बारे में अंत के दिनों के मसीह के प्रवचन मसीह-विरोधियों को उजागर करना अगुआओं और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियाँ सत्य के अनुसरण के बारे में I सत्य के अनुसरण के बारे में न्याय परमेश्वर के घर से शुरू होता है अंत के दिनों के मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अत्यावश्यक वचन परमेश्वर के दैनिक वचन सत्य वास्तविकताएं जिनमें परमेश्वर के विश्वासियों को जरूर प्रवेश करना चाहिए मेमने का अनुसरण करो और नए गीत गाओ राज्य का सुसमाचार फ़ैलाने के लिए दिशानिर्देश परमेश्वर की भेड़ें परमेश्वर की आवाज को सुनती हैं परमेश्वर की आवाज़ सुनो परमेश्वर के प्रकटन को देखो राज्य के सुसमाचार पर अत्यावश्यक प्रश्न और उत्तर मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ मसीह के न्याय के आसन के समक्ष अनुभवात्मक गवाहियाँ मैं वापस सर्वशक्तिमान परमेश्वर के पास कैसे गया

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें