82 विश्राम में प्रवेश करने की मानवता के लिए एकमात्र राह
I
ताड़ना और न्याय के ज़रिए परमेश्वर के
अंतिम शुद्धिकरण में जो खड़े रहेंगे दृढ़,
ताड़ना और न्याय के ज़रिए परमेश्वर के
अंतिम शुद्धिकरण में जो खड़े रहेंगे दृढ़,
वही प्रवेश करेंगे अंतिम विश्राम में,
वही प्रवेश करेंगे अंतिम विश्राम में।
जो शैतान के प्रभाव से मुक्त हो गए हैं,
परमेश्वर करेगा उन्हें प्राप्त, करेंगे प्रवेश वो अंतिम विश्राम में।
न्याय और ताड़ना का सार है
मानव के अंतिम विश्राम के लिए उसे करना शुद्ध।
इस कार्य के बिना लोग अपने प्रकार का अनुसरण नहीं कर पाएंगे।
यही है बस राह प्रवेश करने के लिए विश्राम में।
II
सिर्फ़ यही शुद्धिकरण दूर करता है अधार्मिकता को।
यह ताड़ना और न्याय मनुष्य की अवज्ञा को करके प्रकाशित,
बचाए हुए को अलग करता है शापित से,
जो बचेंगे उसको करता है अलग उनसे जो नहीं बचेंगे।
न्याय और ताड़ना का सार है
मानव के अंतिम विश्राम के लिए उसे करना शुद्ध।
इस कार्य के बिना लोग अपने प्रकार का अनुसरण नहीं कर पाएंगे।
यही है बस राह प्रवेश करने के लिए विश्राम में।
III
परमेश्वर करेगा अंत में दंडित बुराई को और पुरस्कृत अच्छाई को,
ताकि मानवता हो सके पूरी तरह शुद्ध,
और ले जा सके वो उसे अनंत विश्राम में।
यही है परमेश्वर के कार्य को पूरा करने का अंतिम और निर्णायक चरण।
अगर दुष्ट जाते हैं बच,
तो मानवता कर नहीं सकती प्रवेश विश्राम में।
उसका कार्य होगा पूरा, तो पूरी मानवता होगी पवित्र,
और परमेश्वर रह पाएगा शांतिपूर्वक विश्राम में।
न्याय और ताड़ना का सार है
मानव के अंतिम विश्राम के लिए उसे करना शुद्ध।
इस कार्य के बिना लोग अपने प्रकार का अनुसरण नहीं कर पाएंगे।
यही है बस राह प्रवेश करने के लिए विश्राम में।
यही है बस राह प्रवेश करने के लिए विश्राम में।
"वचन देह में प्रकट होता है" से