324 परमेश्वर में विश्वास करने के पीछे मनुष्य के घृणास्पद इरादे
मेरे कार्यों की संख्या समुद्र के किनारे की रेत के कणों से भी ज़्यादा है, मेरी बुद्धि सुलैमान के सभी पुत्रों से बढ़कर है, फिर भी मनुष्य सोचता है कि मैं कम महत्व का मात्र एक चिकित्सक हूँ और मनुष्य का एक अज्ञात शिक्षक हूँ!
1 कितने लोग केवल इसलिए मुझ पर विश्वास करते हैं कि मैं उनको चंगा करूँगा? कितने लोग सिर्फ इसलिए मुझ पर विश्वास करते हैं कि मैं उनके शरीर से अशुद्ध आत्माओं को निकालने के लिए अपने सामर्थ्य का इस्तेमाल करूँगा? और कितने लोग बस मुझसे शांति और आनन्द प्राप्त करने के लिए मुझ पर विश्वास करते हैं? कितने लोग सिर्फ और अधिक भौतिक सम्पत्ति मांगने के लिए मुझ पर विश्वास करते हैं, और कितने लोग सिर्फ इस जीवन को सुरक्षित गुज़ारने के लिए और आने वाले संसार में सुरक्षित और अच्छे से रहने के लिए मुझ पर विश्वास करते हैं? कितने लोग केवल नरक की पीड़ा से बचने के लिए और स्वर्ग का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए मुझ पर विश्वास करते हैं? कितने लोग केवल अस्थायी आराम के लिए मुझ पर विश्वास करते हैं लेकिन आने वाले संसार में कुछ हासिल करने की कोशिश नहीं करते हैं?
2 जब मैंने अपने क्रोध को नीचे मनुष्यों के ऊपर भेजा और सारे आनन्द और शांति को ले लिया जो उसके पास पहले से था, तो मनुष्य सन्देहास्पद हो गया। जब मैंने मनुष्य को नरक का कष्ट दिया और स्वर्ग की आशीषों को वापस ले लिया, तो मनुष्य की लज्जा क्रोध में बदल गई। जब मनुष्य ने मुझसे कहा कि मैं उसको चंगा करूँ, तो मैंने उस पर ध्यान नहीं दिया और उसके प्रति घृणा का एहसास किया, मनुष्य मेरे सामने से चला गया और दुष्टतापूर्ण दवाइयों और जादू टोने के मार्ग को खोजने लगा। जब मैंने मनुष्य का सब-कुछ ले लिया जिसको उसने मुझ से मांगा था, तो मनुष्य बिना किसी नाम-निशान के गायब हो गया। इसलिए मैं कहता हूँ कि मनुष्य मुझ पर विश्वास करता है क्योंकि मैं बहुत अनुग्रह रखता हूँ, और प्राप्त करने के लिए और भी बहुत कुछ है।
— "वचन देह में प्रकट होता है" में "तुम विश्वास के विषय में क्या जानते हो?" से रूपांतरित