228 वे सभी जो बाइबल का उपयोग परमेश्वर की निंदा के लिए करते हैं, फरीसी हैं

मूसा के नियम से यीशु पर दोष लगाया फ़रीसियों ने,

उसके अनुकूल होने की कोशिश न की।


1

गंभीरता से नियम का पालन किया,

फिर निर्दोष यीशु को क्रूस पे चढ़ाया,

उसपे आरोप लगाया मसीह ना होने का,

पुराना नियम न मानने का आरोप लगाया।

यहूदी फरीसियों का सार क्या था?


उन्होंने सत्य के अनुकूल होने की खोज नहीं की।

उन्हें जुनून था शास्त्र का, ईश इच्छा और कार्य की परवाह ना की।

वे सत्य की खोज में न थे, पर शब्दों से आसक्ति थी।

वे ईश्वर को नहीं मानते थे, वे मानते थे केवल बाइबल को।


2

बाइबल के हितों की रक्षा करने,

उसकी गरिमा और प्रतिष्ठा को बनाए रखने,

उन्होंने यीशु को क्रूस पे चढ़ाया, शास्त्र को बचाने,

लोगों के दिलों में उसका स्तर कायम रखने।

अपने भविष्य और पापबलि का त्याग किया,

यीशु को मृत्युदंड दिया, जिसने शास्त्र का पालन नहीं किया।

क्या वे बाइबल के वचनों के नौकर न थे?

यहूदी फरीसियों का, सार क्या था?


उन्होंने सत्य के अनुकूल होने की खोज नहीं की।

उन्हें जुनून था शास्त्र का, ईश इच्छा और कार्य की परवाह ना की।

वे सत्य की खोज में न थे, पर शब्दों से आसक्ति थी।

वे ईश्वर को नहीं मानते थे, वे मानते थे केवल बाइबल को।


वे बाइबल के रक्षक कुत्ते थे।


—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, तुम्हें मसीह के साथ अनुकूलता का तरीका खोजना चाहिए से रूपांतरित

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