445 उन लोगों के गुण जिनका परमेश्वर उपयोग करता है
उपयोग करता है जिनका परमेश्वर वे दूसरों की तरह नहीं दिखते।
वो तर्कसंगत नहीं लगते, दूसरों से मधुर संबंध नहीं रखते।
मगर वो बात लापरवाही से नहीं करते। बात करते हैं वो सलीके से।
दिल रहता है सदा शांत उनका सामने परमेश्वर के।
1
जिनका उपयोग करता है परमेश्वर
वो प्यार का दिखावा या रौब जमाने के लिये काम नहीं करते।
मगर जब बात करते हैं आत्मिक चीज़ों की,
दिल खोलते अपना, करते प्रदान सभी को बिना स्वार्थ
प्रबुद्धता जो पाई है, परमेश्वर के रूबरू असली अनुभव से।
इस तरह परमेश्वर के लिये अपने प्यार का इज़हार
और उसकी इच्छा को संतुष्ट करते हैं।
2
परमेश्वर जिनका उपयोग करता है,
जब कोई उनकी निंदा, उपहास करता है,
बाहरी लोग, हालात और चीज़ें काबू कर नहीं सकती उन्हें,
शांत रहते हैं फिर भी वो परमेश्वर के सामने।
अनूठी अंतर्दृष्टि होती है ऐसे इंसान में।
कुछ भी करें दूसरे चाहे, दूर जाता नहीं इनका दिल परमेश्वर से।
3
परमेश्वर जिनका उपयोग करता है,
दूसरे जब ख़ुश होकर बेफ़िक्री से बात करते हैं,
वो शांत रहकर, परमेश्वर से प्रार्थना करते हैं,
उसके इरादे खोजते हैं, उसके वचनों पर विचार करते हैं।
उन्हें फ़िक्र नहीं होती दूसरों से रिश्ते बेहतर कैसे बनाये रखने हैं।
ऐसे इंसान में ज़िंदगी का फ़लसफ़ा नहीं होता।
वो ज़िंदादिल, प्रिय और मासूम हैं, मगर उनमें शांति का भाव है।
ये गुण हैं उनके परमेश्वर जिनका उपयोग करता है, उपयोग करता है।
4
इंसान के उपयोग का है परमेश्वर का पैमाना कि
वे मोड़ पाते हैं अपने दिल को उसकी ओर,
उसके वचनों की तड़प रखते हैं, सत्य के खोजी होते हैं ऐसे लोग।
प्रबुद्ध किये जा सकते हैं ऐसे लोग, पवित्र आत्मा का कार्य पा सकते हैं ऐसे लोग।
—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, परमेश्वर के साथ सामान्य संबंध स्थापित करना बहुत महत्वपूर्ण है से रूपांतरित