97 परमेश्वर अंत के दिनों में अपने वचनों से पूरी कायनात को जीतता है

1

परमेश्वर ने उतना ज़्यादा काम नहीं किया

ऐसा लग सकता है इंसान को।

मगर कायल और हैरान रह जायेंगे लोग,

अगर बोल दे परमेश्वर अपने वचनों को।

बिना सच्चाई के शोर मचाते हैं लोग;

परमेश्वर के वचनों से ख़ामोश हो जाते हैं लोग।

इसी सच को हासिल करेगा परमेश्वर,

लम्बे समय से रखे हुए है यही योजना परमेश्वर।


धरती पर वचन के आगमन की सच्चाई को हासिल करेगा परमेश्वर।


वचन के प्रयोग से जीत लेगा कायनात को परमेश्वर।

अपने देह से नहीं, अपने वचनों से ऐसा करेगा परमेश्वर।

देह में बोले वचनों से, दुनिया को जीतता है परमेश्वर।

यही वचन का देह बनना है, यही वचन का देह में प्रकट होना है।


2

सहस्राब्दी राज्य आता है, नया यरूशलेम उतरता है।

इंसान के संग रहने को, ये परमेश्वर के वचन का स्वर्ग से आगमन है।

इंसान के कामों, अंदरूनी विचारों के, साथ चलेंगे उसके वचन।

पूरा करेगा परमेश्वर इसी को, राज्य के अद्भुत दृश्य को।


धरती पर वचन के आगमन की सच्चाई को हासिल करेगा परमेश्वर।


वचन के प्रयोग से जीत लेगा कायनात को परमेश्वर।

अपने देह से नहीं, अपने वचनों से ऐसा करेगा परमेश्वर।

देह में बोले वचनों से, दुनिया को जीतता है परमेश्वर।

यही वचन का देह बनना है, यही वचन का देह में प्रकट होना है।


परमेश्वर की योजना है, एक हज़ार साल के लिये

प्रकट हों धरती पर उसके वचन।

इनसे ज़ाहिर होंगे कर्म उसके।

काम उसका धरती पर पूरा हो जायेगा,

इन्सान के इस चरण का आख़िरकार अंत हो जायेगा।


वचन के प्रयोग से जीत लेगा कायनात को परमेश्वर।

अपने देह से नहीं, अपने वचनों से ऐसा करेगा परमेश्वर।

देह में बोले वचनों से, दुनिया को जीतता है परमेश्वर।

यही वचन का देह बनना है, यही वचन का देह में प्रकट होना है।

वचन के प्रयोग से जीत लेगा कायनात को परमेश्वर।

अपने देह से नहीं, अपने वचनों से ऐसा करेगा परमेश्वर।

देह में बोले वचनों से, दुनिया को जीतता है परमेश्वर।

यही वचन का देह बनना है, यही वचन का देह में प्रकट होना है।


—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, सहस्राब्दि राज्य आ चुका है से रूपांतरित

पिछला: 96 परमेश्वर को बेहतर जान सकते हैं लोग वचनों के कार्य के ज़रिये

अगला: 98 परमेश्वर के वचनों से दूर नहीं जा सकता कोई

परमेश्वर का आशीष आपके पास आएगा! हमसे संपर्क करने के लिए बटन पर क्लिक करके, आपको प्रभु की वापसी का शुभ समाचार मिलेगा, और 2024 में उनका स्वागत करने का अवसर मिलेगा।

संबंधित सामग्री

775 तुम्हारी पीड़ा जितनी भी हो ज़्यादा, परमेश्वर को प्रेम करने का करो प्रयास

1समझना चाहिये तुम्हें कितना बहुमूल्य है आज कार्य परमेश्वर का।जानते नहीं ये बात ज़्यादातर लोग, सोचते हैं कि पीड़ा है बेकार:अपने विश्वास के...

सेटिंग

  • इबारत
  • कथ्य

ठोस रंग

कथ्य

फ़ॉन्ट

फ़ॉन्ट आकार

लाइन स्पेस

लाइन स्पेस

पृष्ठ की चौड़ाई

विषय-वस्तु

खोज

  • यह पाठ चुनें
  • यह किताब चुनें

WhatsApp पर हमसे संपर्क करें