परमेश्वर के दैनिक वचन : परमेश्वर का स्वभाव और स्वरूप | अंश 232

मैं धार्मिक हूँ, मैं विश्वासयोग्य हूँ, और मैं वो परमेश्वर हूँ जो मनुष्यों के अंतरतम हृदय की जाँच करता है! मैं एक क्षण में इसे प्रकट कर दूँगा कि कौन सच्चा और कौन झूठा है। घबराओ मत; सभी चीजें मेरे समय के अनुसार काम करती हैं। कौन मुझे ईमानदारी से चाहता है और कौन नहीं—मैं एक-एक करके तुम सब को बता दूँगा। तुम लोग वचनों को खाने-पीने का ध्यान रखो और जब तुम मेरी उपस्थिति में आओ तो मेरे करीब आ जाओ, और मैं अपना काम स्वयं करूँगा। तात्कालिक परिणामों के लिए बहुत चिंतित न हो जाओ; मेरा काम ऐसा नहीं है जो सारा एक साथ पूरा किया जा सके। इसके भीतर मेरे चरण और मेरी बुद्धि निहित है, इसलिए ही मेरी बुद्धि प्रकट की जा सकती है। मैं तुम सभी को देखने दूँगा कि मेरे हाथों द्वारा क्या किया जाता है—बुराई को दण्डित और भलाई को पुरस्कृत किया जाता है। मैं निश्चय ही किसी से पक्षपात नहीं करता। तुम जो मुझे पूरी निष्ठा से प्रेम करते हो, मैं भी तुम्हें निष्ठा से प्रेम करूँगा, और जहाँ तक उनकी बात है जो मुझे निष्ठा से प्रेम नहीं करते, उन पर मेरा क्रोध हमेशा रहेगा, ताकि वे अनंतकाल तक याद रख सकें कि मैं सच्चा परमेश्वर हूँ, ऐसा परमेश्वर जो मनुष्यों के अंतरतम हृदय की जाँच करता है। लोगों के सामने एक तरह से और उनकी पीठ पीछे दूसरी तरह से काम न करो; तुम जो कुछ भी करते हो, उसे मैं स्पष्ट रूप से देखता हूँ, तुम दूसरों को भले ही मूर्ख बना लो, लेकिन तुम मुझे मूर्ख नहीं बना सकते। मैं यह सब स्पष्ट रूप से देखता हूँ। तुम्हारे लिए कुछ भी छिपाना संभव नहीं है; सबकुछ मेरे हाथों में है। अपनी क्षुद्र और छोटी-छोटी गणनाओं को अपने फायदे के लिए कर पाने के कारण खुद को बहुत चालाक मत समझो। मैं तुमसे कहता हूँ : इंसान चाहे जितनी योजनाएँ बना ले, हजारों या लाखों, लेकिन अंत में मेरी पहुँच से बच नहीं सकता। सभी चीज़ें और घटनाएं मेरे हाथों से ही नियंत्रित होती हैं, एक इंसान की तो बिसात ही क्या! मुझसे बचने या छिपने की कोशिश मत करो, फुसलाने या छिपाने की कोशिश मत करो। क्या ऐसा हो सकता है कि तुम अभी भी नहीं देख सकते कि मेरा महिमामय मुख, मेरा क्रोध और मेरा न्याय सार्वजनिक रूप से प्रकट किये गए हैं? मैं तत्काल और निर्ममता से उन सभी का न्याय करूँगा जो मुझे निष्ठापूर्वक नहीं चाहते। मेरी सहानुभूति समाप्त हो गई है; अब और शेष नहीं रही। अब और पाखंडी मत बनो, और अपने असभ्य एवं लापरवाह चाल-चलन को रोक लो।

मेरे पुत्र, ध्यान रखो; मेरी उपस्थिति में अधिक समय बिताओ, मैं तुम्हारा कार्यभार सँभाल लूँगा। डरो मत, मेरी तेज़ दुधारी तलवार को सामने लाओ, और मेरी इच्छा के अनुसार अंत तक शैतान के साथ पूरी ताकत से लड़ो। मैं तुम्हारी रक्षा करूँगा; कोई चिंता न करो। सभी छिपी हुई चीज़ें खोली जाएँगी और उजागर की जाएँगी। मैं वो सूर्य हूँ जो प्रकाश देता है, निर्दयतापूर्वक समस्त अँधेरे को प्रकाशित कर देता है। मेरा न्याय अपनी पूरी समग्रता में उतर आया है; कलीसिया एक युद्ध का मैदान है। तुम सभी को तैयार हो जाना चाहिए और तुम्हें अंतिम निर्णायक युद्ध के लिए अपने सम्पूर्ण अस्तित्व के साथ अर्पित हो जाना चाहिए; मैं निश्चित रूप से तुम्हारी रक्षा करूँगा ताकि तुम मेरे लिए अच्छी विजयपूर्ण लड़ाई लड़ो।

सावधान रहो, आजकल लोगों के दिल धोखेबाज़ हैं, उनका अनुमान नहीं लगाया जा सकता और वे किसी भी तरह से लोगों का भरोसा नहीं जीत सकते। केवल मैं ही पूरी तरह से तुम लोगों के लिए हूँ। मुझमें कोई छल नहीं है; तुम बस मेरे सहारे रहो! अंतिम निर्णायक युद्ध में मेरे पुत्र निश्चित रूप से विजयी होंगे और शैतान पक्के तौर पर मृत्यु-संघर्ष के लिए बाहर निकलकर आएगा। कोई भय न रखो! मैं तुम्हारी शक्ति हूँ, मैं तुम्हारा सर्वस्व हूँ। चीज़ों के बारे में लगातार सोचते मत रहो, तुम इतने सारे विचारों को संभाल नहीं सकते। मैंने पहले कहा है, अब मैं तुम लोगों को राह पर आगे खींचकर नहीं ले जाऊँगा क्योंकि वक़्त करीब आ चुका है। मेरे पास फिर से तुम लोगों को हर मोड़ पर, तुम्हारे कान पकड़कर, याद दिलाने का समय नहीं है—यह संभव नहीं है! तुम बस युद्ध के लिए अपनी तैयारियों को पूरा कर लो। मैं तुम्हारा सम्पूर्ण दायित्व लेता हूँ; हर चीज़ मेरे हाथों में है। यह जीवन-मृत्यु की लड़ाई है, इसमें दोनों में से एक पक्ष अवश्य नष्ट होगा। लेकिन तुम्हें इस पर स्पष्ट होना चाहिए : मैं हमेशा के लिए विजयी और अजेय हूँ, और शैतान निश्चित रूप से नष्ट हो जाएगा। यही मेरा दृष्टिकोण, मेरा काम, मेरी इच्छा और मेरी योजना है!

काम हो चुका है! सबकुछ हो गया है! बुज़दिल और डरपोक मत बनो। मैं तुम्हारे साथ और तुम मेरे साथ, हम सदा-सर्वदा के लिए राजा होंगे! एक बार मेरे द्वारा बोले गए वचन कभी बदलेंगे नहीं, और तुम सब के साथ शीघ्र घटनाएँ होंगी। ध्यान रखो! तुम्हें हर पंक्ति पर अच्छी तरह से विचार करना चाहिए; अब मेरे वचनों के बारे में अस्पष्ट न रहो! तुम्हें उनके बारे में स्पष्ट होना चाहिए! याद रखो—मेरी उपस्थिति में तुम जितना समय बिता सकते हो, बिताओ!

—वचन, खंड 1, परमेश्वर का प्रकटन और कार्य, आरंभ में मसीह के कथन, अध्याय 44

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